डेढ़ करोड़ रुपए खर्च कर बनाई गई थी मंडी.. मंडी को बनाने में बरती गई खामियों की वजह से हमेशा बारिश के दौरान भरा रहता है मंडी में पानी…दौलतगंज सब्जी मंडी के व्यापारियों को यहाँ लाने में नगर निगम नाकाम रहा
देखरेख के अभाव में मंडी का भवन जर्जर होने लगा
अंदर दुकानों की शटर टूटी जगह-जगह गंदगी पड़ी हुई है रात में असामाजिक तत्व घुसकर शराब खोरी करते रहते हैं
उज्जैन। लगभग 15 वर्ष पहले डेढ़ करोड़ रुपए खर्च कर लाल मस्जिद के पीछे आर्य समाज मार्ग पर नई सब्जी मंडी बनाई गई थी। लेकिन इस सब्जी मंडी का उपयोग नहीं हो रहा है। इस कारण यह वर्षों से वीरान अवस्था में पड़ी है। इस सब्जी मंडी के निर्माण के दौरान कई तरह की खामियां बरती गई है। इस कारण बारिश के दौरान हमेशा सब्जी मंडी के अंदर पानी भरा रहता है।आसपास के लोगों का कहना है कि कई वर्षों से यह वीरान हालत में पड़ी है। तथा इस मंडी के बनने के बाद से ही इसका उपयोग नहीं हो रहा है। देखरेख के अभाव में यह मंडी का भवन अब जर्जर होता जा रहा है तथा मंडी के अंदर बनाई गई दुकानों की शटर भी टूट गई है और अंदर परिसर में जगह-जगह गंदगी पड़ी हुई है। लोगों का कहना है कि रात मंडी के अंदर भवन में असामाजिक तत्व घुसकर शराब खोरी करते रहते हैं।
इधर चार साल पहले डिस्मेंटल की गई दौलतगंज सब्जी मंडी के व्यापारियों को यहाँ लाने में नगर निगम नाकाम रहा है। करीब 15 वर्ष पूर्व नगर निगम ने दौलतगंज स्थित पुरानी सब्जी मंडी को शिफ्ट करने के लिए आर्य समाज मार्ग पर डेढ़ करोड़ की लागत से आधुनिक सब्जी मंडी बनवाई थी। उस वक्त दावा किया गया था कि यहां व्यापारियों को दुकानों के साथ-साथ भंडारण के लिए पर्याप्त व्यवस्था भी रहेगी लेकिन जिस प्रकार नगर निगम के इंजीनियरों ने इस सब्जी मंडी का ढांचा तैयार किया था वह आज तक मुसीबत बना हुआ है। हर वर्ष बारिश में सब्जी मंडी के अंदर पानी भरा जाता है।
मुख्य गेट का ताला भी टूटा
आसपास के लोगों ने बताया कि कई वर्षों से मंडी वीरान अवस्था में पड़ी हुई है मंडी के मुख्य गेट पर ताला लगा हुआ था। लेकिन असामाजिक तत्वों ने गेट पर लगा ताला तोड़ दिया है और वह मंडी के अंदर प्रवेश कर शराबखोरी करते रहते हैं। आए दिन मंडी के अंदर शराब के नशे में असामाजिक तत्व झगड़ते रहते हैं। आगे बताया की मंडी के पास ही पुराने गोदाम बने थे जिन्हें तोड़कर यहां पर स्वास्थ्य केंद्र बनाया जाएगा जिसका एक महीने पहले भूमि पूजन भी हुआ है।