इंदौर में सूर्य को अर्घ्य से नववर्ष का स्वागत, वैदिक मंत्रोच्चार किया

ब्रह्मास्त्र इंदौर

इंदौर में हिंदू नववर्ष गुड़ी पड़वा पर राजवाड़ा में विशेष आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम की शुरूआत प्रात: 5:30 बजे हुई। कार्यक्रम में द्वीप प्रज्वलन और संस्कार भारती का ध्येय गीत प्रस्तुत किया गया। यहां सभी ने उगते सूर्य को वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अर्घ्य देकर नव वर्ष का स्वागत किया।
कार्यक्रम में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, तुलसी सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, साधु-संतों सहित अन्य नेता व महिलाएं मौजूद रहे। इस अवसर पर महिलाओं ने रंगोली भी सजाई और सूर्य स्तुति के बाद रामधुन भी बजाई गई। कार्यक्रम के अंत में गुड़-धनिया और नीम के पत्तों का प्रसाद वितरण किया गया।

हिंदू कैलेंडर के अनुसार चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की प्रथम तिथि को मनाया जाने वाला गुड़ी पड़वा हिंदू नववर्ष का प्रमुख पर्व है। यह त्योहार महाराष्ट्र में विशेष उत्साह से मनाया जाता है। कर्नाटक, गोवा और आंध्र प्रदेश में इसे ‘उगादी’ के नाम से जाना जाता है। इंदौर की रहवासी प्रियंका विस्पुते ने अपने घर के सामने विधिवत गुड़ी सजाई है। वे पारंपरिक वेशभूषा में परिवार के साथ त्योहार मना रही हैं। उनके अनुसार यह उनके प्रमुख त्योहारों में से एक है। इस अवसर पर पूरन पोली और श्रीखंड का नैवेद्य चढ़ाया जाता है। नीम के पत्ते और गुड़ का प्रसाद वितरित किया जाता है। गुड़ी को स्थापित करने के बाद भगवान गणेश, भगवान राम और देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है।
विशेष रूप से, घर में समृद्धि और सुख-शांति की कामना की जाती है। नीम के पत्ते और गुड़ का प्रसाद बांटा जाता है।

Author: Dainik Awantika