उज्जैन। मिस्त्री का काम करने वाले युवक ने सोमवार-मंगलवार रात मकान की ऊपरी मंजिल के कमरे में फांसी लगा ली। उसकी पत्नी मायके गई हुई थी। परिजनों ने शव देखा तो पुलिस को सूचना दी।
पंवासा थाना एसआई मितेश मिठौरे ने बताया कि क्षेत्र में रहने वाले दीपू पिता प्रभुलाल 32 वर्ष ने घर में रस्सी का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। रात में परिजन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे थे। मंगलवार दोपहर पोस्टमार्टम कराया गया। परिजनों ने बताया कि दीपू मिस्त्री का काम करता था, उसकी पत्नी कुछ दिनों से मायके गई हुई है। दीपू मां के साथ रह रहा था। उसने ऐसा कदम क्यों उठाया इसकी वजह पता नहीं है। घर में कोई विवाद भी नहीं हुआ था। एसआई मिठौर के अनुसार मर्ग कायम कर जांच की जा रही है।
शराब नहीं पिलाने पर दोस्त ने फेंका था नाले में
। इंदौर-नागदा बायपास मार्ग पर नाले से सोमवार शाम युवक को बाहर निकाला गया था। उसके सिर में चोंट लगी थी और बेहोशी की हालत में था। रात में होश आने पर पुलिस ने बयान दर्ज किये। उसने दोस्त द्वारा नाले में धक्का देकर गिराने की बात कहीं। पुलिस ने मामले में जानलेवा हमले का प्रकरण दर्ज कर दोस्त को हिरासत में ले लिया है।
नीलगंगा थाना प्रभारी तरूण कुरील ने बताया कि बायपास मार्ग पर तिरूपति डायमंड कालोनी के नाले से युवक को बाहर निकाला गया था। चरक अस्पताल में होश आने पर सोमवार रात उसके बयान दर्ज किये गये। उसने अपना नाम संजय पिता मदनलाल आचार्य निवासी सार्थक नगर बताया और बसंत विहार के पास पान की गुमटी चलाने की बात कहीं। उसका कहना था कि दोपहर में काला पत्थर पर रहने वाला आकाश पिता चुन्नीलाल आया था। उसके साथ बाइक से बायपास मार्ग पर गया था, जहां वापस लौटते समय आकाश ने कहा कि आज शराबबंदी का आखिरी दिन है। अगर मुझे शराब नहीं पिलाई तो तेरा भी आखिरी दिन होगा। मना करने पर उसने मारपीट की और नाले में धक्का देकर गिरा दिया। थाना प्रभारी के अनुसार बयान दर्ज करने के बाद जानलेवा हमले का प्रकरण दर्ज कर आकाश की तलाश शुरू की गई है।