रोड रोलर के नीचे दबी माडिफाइड सायलेंसरों की आवाज -6 माह में पुलिस दूसरी कार्रवाई, टॉवर चौक पर किया गया नष्टीकरण

उज्जैन। बाइक-बुलेट में माडिफाइड सायलेंसर लगाकर दौड़ने वाले बाइकर्स पर पुलिस की नजरें जमी हुई है। 2 माह में चैकिंग के दौरान यातायात पुलिस ने 105 बाइकर्स को पकड़ा था। उनके माडिफाइड सायलेंसर जप्त किये गये थे। गुरूवार को टॉवर चौक पर सायलेंसरों की आवाज को रोड रोलर के नीचे दबा दिया गया।
यातायात डीएसपी दिलीपसिंह परिहार ने बताया कि एएसपी नितेश भार्गव ने निर्देशन में गुरूवार दोपहर को टॉवर चौक पर 105 माडिफाइड सायलेंसरों के साथ हुटरों को रोड रोलर चलाकर नष्ट किया गया है। सायलेंसर 2 माह की चैकिंग के दौरान बाइकर्स से जप्त किये गये थे। यह लोग यातायात नियमों के विरूद्ध मंहगी बुलेट और बाइक में माडिफाइड सायलेंसर लगाकर मार्गो पर ध्वनि प्रदूषण फैलाने का काम कर रहे थे। ऐसे सायलेंसरों से पटाखों की तेज आवाज आम लोगों को दशहत में डाल रही थी। इन बाइकर्स की लगातार शिकायतें मिलने पर पुलिस विभाग द्वारा इसके खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। माडिफाइड सायलेंसर लगी गाड़ियों को जप्त कर चालकों पर जुर्माना किया जा रहा है, वहीं उनकी गाड़ियों में लगे माडिफाइड सायलेंसर को जप्त करने के साथ दूसरे सायलेंसर लगवाये जा रहे है। नष्ट किये गये सायलेंसरों की कीमत 8 लाख से अधिक की थी। एक सुपरबाइक से जप्त किया सायलेंसर 1 हजार डालर (85 हजार) कीमत का शामिल था। टॉवर चौक पर रोड रोलर के नीचे दबी माडिफाइड आवाज की कार्रवाई के दौरान एएसपी नितेश भार्गव, डीएसपी विक्रम कनपुरिया, यातायात के पुलिसकर्मी मौजूद थे।
अक्टूबर में 15 लाख के किये थे नष्ट
उज्जैन पुलिस ने 6 माह पहले अक्टूबर 2024 में भी ऐसी कार्रवाई टॉवर चौक पर की थी। उस दौरान 15 लाख कीमत के सायलेंसरों को सड़क पर रखा गया था और रोड रोलर चलाया गया था। आम लोगों की पुलिस द्वारा की जा रही इस तरह की कार्रवाई से संदेश दिया जा रहा है कि नियमों का पालन किया जाये।  पूर्व में हुई कार्रवाई के बाद पुलिस ने माडिफाइड सायलेंसर बेचने वालों की दुकानों पर पहुंचकर हिदायत दी थी। लेकिन बेचने वालों पर सख्त एक्शन नहीं होने से उन पर खास असर नहीं पड़ा था। उसी का नतीजा रहा कि एक बार फिर से पुलिस को बाइकर्स के खिलाफ कार्रवाई की है।
आवाज से दुर्घटना होने का खतरा
बाइकर्स शहर में माडिफाइड सायलेंसर लगी बाइक तेजगति से चलते है और  पटाखों की आवाज छोड़ते है। जिससे आसपास चलने वाले वाहन चालक भयभीत होते है और संतुलन बिगड़ने पर दुर्घटना का खतरा बना रहता है। बाइकर्स गली-मोहल्लों से गुजरते समय भी तेज आवाज करते है। जिससे बच्चे और युवतियां दहशत में आ जाती है। ऐसे बाइकर्स पर अंकुश लगाने के लिये पुलिस ने पूर्व में शिकायत दर्ज कराने के लिये पुलिस हेल्पलाइन नम्बर भी जारी किये थे।

Author: Dainik Awantika