इस पखवाड़े में प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर भी लग जाएगी मुहर, इसके लिए आधे राज्यों में प्रदेश अध्यक्षों का चुनाव होना जरूरी
दैनिक अवन्तिका इंदौर
मप्र भाजपा में नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर एक बार फिर से सरगर्मी तेज हो गई है। चर्चा है कि इस पखवाड़े में भाजपा के नए अध्यक्ष की घोषणा हो सकती है। वहीं इसी महीने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव भी हो जाएगा। इसके लिए आधे राज्यों में प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होना जरूरी है।
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नागपुर दौरे के बाद चुनावी प्रक्रिया तेज से गई है। सूत्रों के मुताबिक 30 मार्च को मोदी और संघ प्रमुख मोहन भागवत की मुलाकात में नए अध्यक्ष के नाम पर चर्चा हुई है। मोदी के नागपुर से लौटने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से भी बातचीत हुई है। प्रधानमंत्री ने वर्तमान अध्यक्ष जेपी नड्डा, अमित शाह, राजनाथ सिंह और संगठन महामंत्री बीएल संतोष से राज्यों के संगठनात्मक चुनाव पर चर्चा की। सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री और बीएल संतोष से कहा है कि इसी महीने भाजपा अध्यक्ष का चुनाव पूरा करें।
भाजपा ने अब तक 13 राज्यों में प्रदेश अध्यक्ष चुन लिए हैं। राष्टÑीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए 19 राज्यों में चुनाव पूरे करने जरूरी हैं। सूत्रों के मुताबिक एक पखवाड़े में मप्र, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल समेत बाकी बचे अधिकांश राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों के नामों की घोषणा कर दी जाएगी। यानी 50 प्रतिशत राज्यों के चुनाव पूरा होने के बाद राज्यों अध्यक्ष का चुनाव किया जा सकेगा।
नए कप्तान की तलाश अंतिम चरण में- मप्र भाजपा में नए कप्तान की तलाश अब अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है। कई दिनों से टल रहे इस चुनाव को लेकर अब तेजी आ गई है। बीडी शर्मा को संसद की याचिका समिति में जगह मिलने से उनके दोबारा अध्यक्ष बनने की संभावना कम हो गई है। भाजपा के अंदरूनी सूत्रों का मानना है कि पार्टी ने शर्मा को यह पद देकर उन्हें अध्यक्ष पद से दूर रखने का संकेत दे दिया है। ऐसे में नरोत्तम मिश्रा की दावेदारी सबसे मजबूत मानी जा रही है। वे इस रेस में सबसे आगे चल रहे हैं। अब लिस्ट में सबसे आगे नरोत्तम मिश्रा और कैलाश विजयवर्गीय के अलावा फम्मन सिंह कुलस्ते, सुमेर सिंह सोलंकी, हिमाद्री सिंह, दुर्गादास उइके, हेमंत खंडेलवाल, अर्चना चिटनिस, रामेश्वर शर्मा और आलोक शर्मा जैसे कई नेताओं के नाम भी चर्चा में हैं। इस गुप्त बैठक के बाद से ही पूर्व गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का नाम सबसे ज्यादा चर्चा में है। सूत्रों की मानें तो विजयवर्गीय ने शाह के सामने नरोत्तम मिश्रा के नाम का प्रस्ताव रखा है। ऐसी भी खबरें हैं कि पार्टी कैलाश विजयवर्गीय को भी यह मौका दे सकती है।