उज्जैन। ग्राम हताई में रहने वाली 17 साल की बालिका एक माह पहले लापता हो गई थी। मामला नाबालिग से जुड़ा होने पर परिजनों की शिकायत पर बिरलाग्राम थाना पुलिस ने अपहरण का प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया था। एक माह बाद सामने आया कि नाबालिग को खाचरौद के ग्राम खेडावदा में रहने वाला शंकर पिता भैरूलाल चंद्रवंशी बहला-फुसलाकर ले गया है। थाना प्रभारी जितेन्द्र पाटीदार ने एसआई योगिता उपाध्याय, प्रधान आरक्षक जितेन्द्रसिंह सेंगर, महिला आरक्षक बिन्दिया को खाचरौद रवाना किया। जहां से सामने आया कि शंकर राजस्थान में काम करता है। जिसका पता लगाने के लिये सायबर की मदद से उसकी लोकेशन ट्रेस की गई। जैसलमेर में होने का सुराग मिलते ही टीम रवाना हुई। गुरूवार रात नाबालिग और युवक को हिरासत में लेकर खाचरौद लौटे। जहां पूछताछ में सामने आया कि नाबालिग के साथ गलत काम हुआ है। पुलिस ने अपहरण के मामले में दुष्कर्म की धारा का इजाफा करते हुए शंकर को गिरफ्तार कर लिया। उसे शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से जेल भेजा गया है। नाबालगि के कोर्ट में बयान दर्ज कराने के बाद परिजनों के सुपुर्द किया गया है।
पैदल गुजर रहे वृद्ध को बाइक ने मारी टक्कर। घौंसला से तराना की ओर जाने वाले मार्ग पर शुक्रवार शाम सड़क पार कर रहे वृद्ध भगवान पिता चंदरसिंह निवासी अलसिया पिपलोन को बाइक सवार ने टक्कर मार दी। गंभीर घायल होने पर घट्टिया शासकीय अस्पातल लाया गया, जहां से उज्जैन चरक अस्पताल रैफर कर दिया गया। परिजनों ने बताया कि भगवान घौंसला अस्पताल रिश्तेदार को देखने आये थे। जहां से ग्राम टुकराल रिश्तेदारी में जाने के लिये निकले। उसी दौरान सड़क पार करते समय दुर्घटना हो गई। मामले में घट्टिया थाना पुलिस को सूचना दी गई है।