उज्जैन। नशा मुक्ति केन्द्र में 10 माह तक भर्ती रहने के बाद 3 माह पहले भागे नशेड़ी युवक ने गुरूवार सुबह फांसी लगा ली। परिजन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे थे। पुलिस सूचना मिलने पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम कक्ष लाया गया।
चिमनगंज थाना एएसआई श्रवण भदौरिया ने बताया कि चरक अस्पताल से सूचना मिली थी कि ढांचा भवन के रहने वाले राजेन्द्र पिता रमेश श्रीवास्तव 25 वर्ष को मां सुनिता और पत्नी शोभा लेकर आये है। राजेन्द्र ने फांसी लगाई थी, जिसकी मौत हो गई है। सूचना पर मर्ग कायम किया गया और अस्पताल पहुंचकर शव पोस्टमार्टम कक्ष ले जाया गया। जहां परिजनों से पूछताछ करने पर सामने आया कि राजेन्द्र स्मैक का नशा करता था। उसके 2 बच्चे भी है, नशे की लत छुड़ाने के लिये उसे चिमनगंज क्षेत्र के नशामुक्ति केन्द्र में भर्ती किया गया था। 10 माह तक उसका उपचार चला, लेकिन 3 माह पहले वहां से भागकर आ गया था। उसने फिर से नशा करना शुरू कर दिया था। सुबह पत्नी कमरे में पहुंची तो फंदे पर लटका दिखाई दिया। पड़ोसी की मदद से उसे नीचे उतारा गया था। एएसआई भदौरिया के अनुसार परिजनों के बयान दर्ज किये गये है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया है। मामले की जांच शुरू की जायेगी।