मप्र चुनाव में भाजपा की जीत का मंत्र होंगे महाकाल
उत्तर प्रदेश में काशी – अयोध्या कॉरीडोर का मिला था चुनाव में लाभ, अब इनसे भी बड़ा होगा महाकाल कॉरीडोर, पीएम मोदी के हाथों उद्घाटन करवा कर चुनाव में भुनाएंगे
उज्जैन। मध्यप्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने अपनी जीत के लिए महाकाल का मंत्र फूंकना शुरू कर दिया है। माना जा रहा है कि भाजपा जीत के लिए उत्तर प्रदेश की तर्ज पर धार्मिक स्थलों के विकास का मंत्र मप्र में भी अपनाएगी। इसके लिए महाकाल प्रोजेक्ट को चुना है। अयोध्या-काशी की तरह ही महाकाल कॉरिडोर को भाजपा चुनाव कैंपेन में शामिल करेगी। यही वजह है कि इसके लोकार्पण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आमंत्रण दिया गया । पीएम मोदी जून में आ सकते हैं। यह प्रोजेक्ट विधानसभा के साथ लोकसभा चुनाव में भी भाजपा के कैंपेन का हिस्सा रह सकता है।
उद्घाटन के लिए मोदी को इसलिए आमंत्रण
यह स्पष्ट है कि मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में मोदी ही पार्टी का चेहरा होंगे, इसलिए महाकाल कॉरिडोर का उद्घाटन उनके ही हाथों कराया जाएगा। इस मॉडल को भी अयोध्या-काशी की तरह प्रस्तुत किया जाएगा। महाकाल कॉरिडोर, काशी-विश्वनाथ कॉरिडोर से 3 गुना बड़ा बन रहा है। जानकार मानते हैं कि वाराणसी में नवनिर्मित काशी-विश्वनाथ कॉरिडोर का फायदा यूपी विधानसभा चुनाव में पार्टी के परंपरागत वोटर्स को साधे रखने में मिला। यही टेस्टेड फॉर्मूला उसे MP के लिए भी सटीक दिख रहा है। रास्ता बनने जा रहे हैं महाकाल…।
विकास के साथ सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का एजेंडा
चुनाव से पहले महाकाल कॉरिडोर के लोकार्पण को बड़े सियासी प्रयोग के तौर पर देखा जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस मौके पर साफ संदेश देंगे कि भाजपा सरकार धार्मिक-सांस्कृतिक धरोहर को सुरक्षित और संरक्षित करने में पीछे नहीं है। इस कार्यक्रम को अभूतपूर्व बनाने के लिए युद्धस्तर पर तैयारी हो रही है। यह उसके चुनावी अभियान का अहम हिस्सा है।