कानड़ थाना प्रभारी को 29 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ादैनिक अवन्तिका44 कानड़
पुलीस के संरक्षण में चल रहा सट्टे का कारोबार : फरियादी की शिकायत पर उज्जैन लोकायुक्त पुलिस ने की कार्यवाही
कानड़ थाना क्षेत्र में थाना प्रभारी के संरक्षण में सट्टे का कारोबार चल रहा था। रिश्वत के लालच में फरियादी को धंधा चलाने पर मजबूर किया जा रहा था जिसको लेकर फरियादी रितेश राठौर ने उज्जैन लोकायुक्त में इसकी शिकायत की थी जिस पर कार्यवाही करते हुए महिला टीआई को लोकायुक्त पुलिस ने सोमवार को 29 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। उज्जैन लोकायुक्त की टीम ने सोमवार सुबह कार्रवाई करते हुए फरियादी रितेश राठौर निवासी कानड़ से 29 हजार नकद लेते हुए कानड़ थाना प्रभारी मुन्नी परिहार को गिरफ्तार कर लिया। फिरयादी रितेश राठौर ने 11 अप्रैल को लोकायुक्त से शिकायत की थी कि टीआई मुन्नी परिहार दबाव बनाकर उससे सट्टा खिलवाती है और बदले में हर महीने 20 हजार रुपये रिश्वत की मांग करती है। अब वह सट्टा खिलाना नहीं चाहता तो उसपर दवाब बनाया जा रहा है। शिकायत के बाद लोकायुक्त ने मामले की जांच शुरू कर दी और शिकायत सही पाए जाने पर थाना प्रभारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ने की योजना बनाई। सोमवार को फरियादी 29 हजार रुपए लेकर थाना प्रभारी को देने पहुंचा था। आरोपी टीआई मुन्नी परिहार ने जैसे ही रुपए लिए लोकायुक्त की टीम ने ट्रेप कर लिया।
पहले भी सट्टे के मामले में हो चुकी निलंबित
थाना प्रभारी मुन्नी परिहार पर सट्टे के अवैध कारोबार को संरक्षण देने के मामले में यह पहली कार्रवाई नहीं है। बताया जाता है की लगभग 15 वर्ष पूर्व उज्जैन जिले के कायथा थाना में प्रभारी रहते हुए भी सट्टे के अवैध कारोबार को संरक्षण देने के मामले में उन्हें निलंबित किया जा चुका है।
सट्टा चलाने के एवज में मुन्नी परिहार
हर महीने लेती थी 20 हजार रुपये
कानड़ निवासी रितेश राठौर ने 11 अप्रैल को लोकायुक्त अधीक्षक अनिल विश्वकर्मा को आवेदन दिया था। आवेदक ने थाना प्रभारी पर दबाव बनाकर सट्टा चलवाने के बदले हर महीने 20 हजार रुपये लेने का आरोप लगाया। मुन्नी परिहार मार्च महीने के बाकी 9 हजार रुपये और अप्रैल महीने के 20 हजार रुपये के हिसाब से कुल 29 हजार रुपये की मांग कर रही थी। रितेश राठौर ने बताया कि वह गल्ले का व्यापार करता है और कोरोना लॉकडाउन में भारी नुकसान होने के बाद 2021 से सट्टा खिलाना शुरू कर दिया था, सट्टा चलाने के एवज में मुन्नी परिहार हर महीने 20 हजार रुपये लेती थी। अब वह सट्टा नहीं खिलाना चाहता था, उसके बाद भी थाना प्रभारी दबाव बनाकर सट्टा चलवा रही थी। उज्जैन लोकायुक्त की टीम में डीएसपी राजकुमार शराफ, उज्जैन डीएसपी सुनील तालान, टीआई राजेंद्र वर्मा आरक्षक संजय पटेल, सुनील परसाई, नीरज राठौर ने थाना कानड़ में टीआई मुन्नी परिहार को आवेदक से 29 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा।