जीआरपी के आरक्षक की सतर्कता से बची महिला की जान

उज्जैन। चलती ट्रेन से अपने 2 मासूम बच्चों को फेंकने के बाद महिला खुद कूद पड़ी, वह ट्रेन और पटरी के बीच में आ गई थी, उसी दौरान जीआरपी के आरक्षक ने उसे बचाकर बाहर निकाल लिया।
बताया जा रहा है कि शनिवार सुबह पति-पत्नी 2 बच्चों के साथ सिहोर जाने रेलवे स्टेशन पहुंचे थे। पति टिकीट लेने के लिये चला गया, महिला दोनों बच्चों को लेकर प्लेटफार्म नम्बर 4 पर पहुंची और नागपुर-जयपुर एक्सप्रेस में चढ़ गई। ट्रेन के चलने पर महिला ने ट्रेन के सिहोर जाने की बात कुछ यात्रियों से पूछी तो उन्होंने बताया कि ट्रेन का सिहोर में स्टापेज नहीं है। इतना सुनते ही महिला घबरा गई और उसने चलती ट्रेन से अपने 7 और 5 वर्षीय बेटे को प्लेटफार्म में फेंक दिया। ड्यूटी पर तैनात जीआरपी के आरक्षक ट्रेन से गिरते 2 बच्चों को देखा तो दौड़कर बचाने पहुंचा। वह बच्चों को उठा पाता तभी उनकी मां ने ट्रेन से छलांग लगाई, उसका संतुलन नहीं बन पाया और वह ट्रेन और पटरी के बीच में चली गई। आरक्षक ने तेजी दिखाई और महिला का हाथ पकड़कर उसे बाहर निकाल लिया।

Author: Dainik Awantika