महू में पतले- पतले चार सरियों के पिलर पर बन रहा 3 मंजिला मकान, पत्रकार को खतरे की आशंका
ब्रह्मास्त्र महू। धार नाका के वार्ड नंबर 7 महू गांव नगर परिषद क्षेत्र में बन रही तीन मंजिला बिल्डिंग से पत्रकार विकास त्यागी के घर एवं परिवार के सदस्यों के लिए खतरा उत्पन्न हो गया है। श्री त्यागी के अनुसार यह तीन मंजिला बिल्डिंग कमजोर नींव एवं पतले – पतले चार सरिया वाले पिलर पर बन रही है।
पूर्व में पत्रकार विकास त्यागी द्वारा महू एसडीएम अक्षत जैन को इस तीन मंजिला भवन के निर्माण की शिकायत जनसुनवाई में की गई थी, तब एसडीएम ने तीसरी मंजिल का कार्य रुकवा दिया था एवं नगर परिषद ने तीसरी मंजिल के लिए बन रहे पिलर एवं दीवार को तोड़ दिया था। परंतु, शनिवार और रविवार की सरकारी छुट्टी का फायदा उठाकर भवन निर्माता द्वारा फिर से तीसरी मंजिल का कार्य पतले- पतले चार सरिया के पिलर पर शुरू कर दिया गया है। प्रभारी सीएमओ दिलीप श्रीवास्तव ने बताया कि तीसरी मंजिल के निर्माण की परमिशन दे दी गई है, वहीं एसडीएम अक्षत जैन ने बताया कि पतले पतले 4 सरिया के पिलर की जांच कराएंगे। बसंत प्रजापति द्वारा यह खतरनाक मकान नाली से 50 फीट एकदम लगकर एक छोटे से टीले पर बनाया जा रहा है। मकान के एक तरफ की 50 फीट लंबी दीवार नाली के साथ चल रही है। 3 मंजिला बनने से यह बिल्डिंग नाली की तरफ धंस कर पलट सकती है एवं पत्रकार त्यागी के घर पर गिर सकती है। इससे पत्रकार के घर को एवं उनके परिवार को जान माल की हानि हो सकती है। हैरान करने वाली बात यह है कि जिस तीसरी मंजिल के प्रभारी सीएमओ अजीत श्रीवास्तव ने बसंत प्रजापति के घर नगर परिषद के दल- बल के साथ जाकर तीसरी मंजिल के लिए बन रही दीवार एवं पिलर को तोड़ दिया था। मौके पर उस कार्रवाई की वीडियो रिकॉर्डिंग भी की थी। अब प्रश्न यह उठता है कि तीसरी मंजिल की अनुमति अब कैसे दे दी गई? पत्रकार विकास त्यागी ने सरकार से मांग की है कि सीएमओ नगर परिषद ,एसडीएम महू एवं सरकार उन्हें स्पष्ट रूप से लिख कर दे दें अगर वह भवन पत्रकार विकास त्यागी के घर के ऊपर गिरता है और परिवार एवं घर को कोई जान माल की हानि होती है ,उसका जिम्मेदार कौन होगा? तीसरी मंजिल बनाने वाले बसंत प्रजापति ने पूर्व में पत्रकार पर हमला भी किया था। बसंत प्रजापति पर 107,116 का मामला भी दर्ज है। वर्तमान में 6 महीने के लिए जमानत पर है एवं बांड ओवर हुआ है।
घर का व्यवसायिक उपयोग
बसंत प्रजापति द्वारा मकान में प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्ति निर्माण का कार्य किया जाता है। घर में पानी के बोरिंग का उपयोग मूर्ति निर्माण के व्यवसायिक गतिविधि के लिए किया जाता है, जो कि प्रशासन द्वारा जांच का विषय है। पूर्व में भी महू प्रशासन द्वारा प्रजापति के घर पर छापा मार कर प्लास्टर ऑफ पेरिस की दर्जनों मूर्तियां जब्त की गई थी। वर्तमान में प्रशासन इस ओर क्यों ध्यान नहीं देता यह भी जांच का विषय है।