काबुल में मजार-ए-शरीफ के पास लगातार हुए धमाके, 16 की मौत

ब्रह्मास्त्र काबुल। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में बुधवार देर शाम एक बाद एक चार धमाके हुए। एक मस्जिद और उत्तरी शहर मजार-ए-शरीफ में यात्री वैन में तीन धमाके हुए। तालिबान के एक नेता ने नाम न छापने की शर्त पर जानकारी दी कि मस्जिद के पल्पिट में विस्फोट रखे गए थे, जिसमें कम से कम 11 लोगों की मौत हुई है। उत्तरी बल्ख प्रांत में यात्री वैन में हुए तीन विस्फोटों में कम से कम नौ लोगों की मौत हुई है और 15 घायल हुए हैं। बल्ख प्रांत के पुलिस प्रवक्ता मोहम्मद आसिफ वजेरी ने रॉयटर को बताया शिया समुदाय को टारगेट करके हमला किया गया जो अफगानिस्तान में अल्पसंख्यक हैं। काबुल के रहने वाले चश्मदीद ने रॉयटर्स को बताया- हम यहीं पास में थे तभी बहुत जोर से धमाके की आवाज आई।
आवाज इतनी जबरदस्त थी कि हम सब होश खो बैठे। ये धमाका जरकारिया मस्जिद में नमाज के बाद हुआ। लेकिन बहुत लोग मस्जिद के अंदर थे जब हम वहां पहुंचे तो हमने जमीन पर लाशें और कई लोगों को घायल अवस्था में पाया।ह्व इसके पहले 21 अप्रैल को मजार-ए-शरीफ की मस्जिद में धमाका हुआ था। इसमें पांच लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 65 लोग घायल हो गए थे। इस हमले की जिम्मेदारी आईएसआईएस ने ली थी, जो एक इस्लामिक आतंकी संगठन है। इसी दिन मजार-ए-शरीफ के कुदुंज प्रांत के सरदारवर इलाके में भी धमाका हुआ था, जिसमें 4 लोगों की मौत और 18 लोग घायल हुए थे। 19 अप्रैल को काबुल के अब्दुल रहीम शाहिद हाई स्कूल में धमाके हुए थे, जिसमें 6 लोगों की मौत हो गई थी जबकि दर्जन भर से अधिक घायल हो गए थे।