दत्त अखाड़ा घाट पर क्षिप्रा में डूबा भोपाल का युवक
उज्जैन। महाकाल दर्शन करने वृद्ध माता-पिता के साथ आया पुत्र मंगलवार सुबह क्षिप्रा नदी में डूब गया। घाट पर उसकी चप्पल और कपड़े देख तलाश शुरु की गई। होमगार्ड सैनिक और तैराको ने कुछ देर बाद उसे बाहर निकाला, पुत्र को देख माता-पिता बिलख पड़े। कानपुर बीएसएनएल विभाग से सेवानिवृत हुए माणिक श्रीवास्तव निवासी ग्राम जाटखेड़ी होशंगाबाद रोड भोपाल पत्नी और पुत्र दीपक श्रीवास्तव 32 वर्ष के साथ महाकाल दर्शन करने आये थे। सुबह 7 बजे तीनों क्षिप्रा नदी के दत्तअखाड़ा घाट नहाने के लिये पहुंचे। माणिक श्रीवास्तव और उनकी पत्नी नहाकर बाहर आ गये। पुत्र दीपक ने कहा कि आप दोनों होटल जाओ में कुछ देर में नहाकर आता हूं। माता-पिता होटल चले गये, दीपक नहाने के लिये नदी में उतर गया। जब काफी देर तक वह नहीं लौटा तो माणिक श्रीवास्तव उसे तलाशने के लिये घाट पर पहुंचे। दिखाई नहीं देने पर रामघाट चौकी पहुंचे और बेटे के गुम होने की जानकारी दी। होमगार्ड सैनिक कृष्णपाल, रशीद और रमेश शिंदे उसकी तलाश में दत्तअखाड़ा घाट पहुंचे। जहां उसकी चप्पल और कपड़े दिखाई दिये, पिता ने बेटे की होना बताई। शंका के आधार पर गोताखोर लियाकत को बुलाया गया और नदी में तलाश शुरु कराई। माणिक की पत्नी भी घाट पर पहुंच गई थी। कुछ देर में दीपक मिल गया, उसे पानी की गहराई से बाहर निकाला तो माता-पिता देख बिखल पड़े। दीपक की सांसे थम चुकी थी। मामले की सूचना महाकाल थाना पुलिस को दी गई।