जीवाजीगंज थाना देखकर पूछा भवन कितना पुराना
उज्जैन। 2 दिनों के प्रवास पर कानून व्यवस्था की समीक्षा करने आये प्रदेश पुलिस के मुखिया गुरुवार शाम जीवाजीगंज थाने पहुंचे और पूछा कि भवन कितना पुराना है, नया कहां बनाया जाएगा। उन्होने आरक्षक से लेकर एसआई तक से पूछा कि बीट में कौन-कौन से क्षेत्र है, और किस तरह से काम करते हो।
प्रदेश पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) 2 दिनों के प्रवास पर आये हुए है। उनकी कार्यशैली औचक निरीक्षक और कानून व्यवस्था के जायजे का नजारा शाम 4 बजे दिखाई दिया। शहर के सभी थाने चाकचौबंद दिखाई दे रहे थे, लेकिन डीजीपी सबसे पुराने थाने जीवाजीगंज जा पहुंचे। उन्होंने पूछा कि भवन कितना पुराना है, और नया भवन कहां बनाया जाएगा। भवन निर्माण की तिथि किसी को पता नहीं थी, लेकिन अधिकारियों ने कहा कि भवन यहीं बनाया जाएगा, जिसका प्रस्ताव भेजा जा चुका है। डीजीपी ने थाने का निरीक्षण करते हुए हिस्ट्रीशिटर, गुंडा और अपराध दर्ज रजिस्ट्रर देखा। उन्होंने स्टॉफ के पुलिसकर्मियों से जानकारी ली कि कौन सी बीट है और सर्कल में नगर सुरक्षा सदस्यों और पुलिस मित्रों के साथ कैसे काम करते हो। पुलिसकर्मियों के जबाव सुनकर डीजीपी काफी संतुष्ट दिखे। उन्होंने करीब डेढ़ घंटे तक थाने की गतिविधियों के संबंध में थाना प्रभारी गगन बादल, सीएसपी एआर नेगी, शहर एएसपी इंद्रजीत बाकलवार से चर्चा की। इस दौरान आईजी संतोष कुमार, डीआईजी अनिल कुशवाह, एसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ल मौजूद थे। निरीक्षण के बाद उन्होने थाना स्टॉफ से कहा कि बढिय़ा है। उसके बाद आफिसर्स मेस के लिये रवाना हो गये।