खतरनाक संक्रामक रोग चिकनपॉक्स का मंडरा रहा खतरा
भोपाल- नीमच- धार -खंडवा सहित सात शहरों से फीवर विद रैशेज के 31 प्रकरण दर्ज , जारी की एडवाइजरी
ब्रह्मास्त्र इंदौर। स्वास्थ्य आयुक्त-सह-सचिव डॉ. सुदाम खाड़े ने सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को चिकनपॉक्स की रोकथाम और उपचार के संबंध में जारी की गई एडवाइजरी के अनुसार आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं। स्वास्थ्य एडवाइजरी अनुसार आवश्यक कार्यवाही किया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने बताया कि पिछले एक माह में छतरपुर, छिंदवाड़ा, दतिया, नीमच, भोपाल, धार और खण्डवा से फीवर विद रेशेस के 31 प्रकरण दर्ज हुए हैं। इनके क्लीनिकल एक्जामिनेशन के आधार पर चिकनपॉक्स की प्रज्मटिव डॉयग्नोसिस दर्शाई गई है। चिकनपॉक्स संक्रमित बीमारी है।
एडवाइजरी में बताया गया है कि चिकनपॉक्स व्हीजेडव्ही वायरस के संक्रमण से फैलती है। इस वायरस के संक्रमण के कारण शरीर में खुजली, दाने (रेश) और छाले के लक्षण प्रकट होते हैं। प्राय: शरीर में छाती, पीठ और चेहरे पर लाल दाने दिखाई देने लगते हैं और फिर सारे शरीर में दाने फैल जाते हैं। शरीर में वायरस के संक्रमण के बाद इसका फैलाव 10 से 20 दिन का होता है। वयस्कों में शरीर के अंगों पर दाने उभरने से पहले हल्का बुखार अथवा बैचेनी के लक्षण प्रकट हो सकते हैं। बच्चों में शरीर पर दाने ज्यादातर बीमारी का पहला संकेत हो सकता है।
चिकनपॉक्स के प्रमुख लक्षणों में शरीर पर दाने प्रकट होते हैं, जो खुजली पैदा करते हैं और बाद में फफोले में बदल जाते हैं तथा सूखने के बाद पपड़ी में बदल जाते हैं। फफोले के सूखने में लगभग एक सप्ताह लगता है। जिन बच्चों, किशोर, वयस्क और गर्भवती महिलाओं में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है, उन्हें अधिक खतरा बना रहता है और अधिक जटिलताएँ भी उत्पन्न हो सकती हैं। शरीर पर दाने उभरने में लगभग एक से दो दिन पहले बुखार, थकान, भूख में कमी तथा सिर में दर्द आदि के लक्षण प्रकट होते हैं।