इंदौर। कमेटी सदस्यों ने की चर्चा अब पार्टी से बगावत करना भारी पड़ेगा। इंदौर में कांग्रेस अनुशासन समिति ने कई जरुरी फैसले लिए है। इसके साथ ही कई बंदिश भी लगाई गई है। इन बंदिशों के चलते कांग्रेसी कोई भी ऐसी पोस्ट वायरल नहीं कर सकेंगे जिससे पार्टी को कोई नुकसान हो। इसके बाद भी अगर कोई पोस्ट वायरल करता है तो उस पर अनुशासनहीनता की कार्रवाई की जाएगी। इंदौर शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने कहा कि इंदौर कांग्रेस द्वारा बनाई अनुशासन समिति के पदाधिकारियों के साथ चर्चा की। इस चर्चा में सभी ने मिलकर फैसला लिया है कि कांग्रेस कार्यकर्ता या पदाधिकारी कांग्रेस प्रत्याशी के खिलाफ उम्मीदवार के रूप में फॉर्म भरता है और चुनाव लड़ता है तो उसे पार्टी 6 साल के लिए निष्कासित करेगी। वहीं सोशल मीडिया पर कोई कांग्रेसजन ऐसी कोई पोस्ट वायरल करेगा जिसमें कांग्रेस पार्टी को नुकसान पहुंचता है उस पर अनुशासनहीनता की कार्रवाई की जाएगी। प्रदेश कांग्रेस द्वारा अगर किसी भी पदाधिकारी की नियुक्ति की जाती है और उस नियुक्ति के खिलाफ कोई भी कांग्रेसी द्वारा सार्वजनिक बयान या विरोध प्रदर्शन करता है। यह काम भी अनुशासनहीनता में आता है। उस पर अनुशासनहीनता की कार्रवाई की जाएगी। साथ ही सदस्यों ने यह भी कहा कि अगर किसी कांग्रेसजन को किसी भी नियुक्ति से कोई विरोध है तो वह पार्टी फोरम में आकर अपनी बात रख सकता है। आयोजित बैठकों में मंच पर वरिष्ठता का ध्यान न रखना भी अनुशासनहीनता में आएगा।