’अग्निपथ’ से सेना में भर्ती मात्र चार साल के लिए होगी
आप सेना में भर्ती होना चाहते हैं तो आपके लिए एक बड़ी खबर है. केंद्र की मोदी सरकार सेना में रुकी हुई भर्ती को बहाल करने जा रही है. माना जा रहा है कि आज पीएम मोदी (PM Modi) की अध्यक्षता में होने वाली सीसीएस यानि कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (Cabinet Committee On Security) में सेना की अग्निपथ योजना (Agnipath Recruitment Scheme) को हरी झंडी मिल सकती है. संभवतः आज खुद सेना के तीनों अंगों यानि थलसेना, वायुसेना और नौसेना के प्रमुख इस रिक्रूटमेंट प्लान को लेकर राजधानी दिल्ली में एक प्रेस कांफ्रेस आयोजित कर देश के सामने इस नई योजना का प्रारुप बताएंगे
सबसे बड़ी बात ये है कि इस’अग्निपथ’ (Agnipath Recruitment Scheme) योजना के तहत सैनिकों को महज चार साल ही सेना में नौकरी करने का विकल्प दिया जाएगा.
पिछले हफ्ते ही अग्निपथ योजना को केंद्रीय कैबिनेट (Union Cabinet) से मंजूरी मिलनी थी. लेकिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) के वियतनाम दौरे के चलते इसे कैबिनेट से पास नहीं कराया जा सका था. लेकिन अब क्योंकि रक्षा मंत्री वियतनाम से लौट चुके हैं इसलिए मंगलवार को अग्निपथ योजना को लागू करने की पूरी तैयारी है.
सैनिक कहलाएंगे अग्निवीर
जानकारी के मुताबिक, रक्षा मंत्रालय के अधीनस्थ, डिपार्मेंट ऑफ मिलिट्री एफेयरर्स ने सेना के नए रिक्रूटमेंट प्लान को तैयार किया है जिसे अग्निपथ का नाम दिया गया है. नई भर्ती योजना के तहत सेना में भर्ती होनें वाले सैनिकों को ‘अग्निवीर’ का नाम दिया जाएगा.
नई रिक्रूटमेंट योजना में क्या है नया, जानिए…
-सेना में भर्ती मात्र चार साल के लिए होगी.
-चार साल बाद सैनिकों की सेवाओं की समीक्षा होगी.
-समीक्षा के बाद बेहतर परफॉरमेंस वालों की नियुक्ति आगे बढ़ेगी, बाद बाकी सबको रिटायरमेंट दे दी जाएगी
-चार साल की नौकरी में छह-नौ महीने की ट्रेनिंग भी शामिल होगी.
-रिटायरमेंट के बाद पेंशन नहीं मिलेगी बल्कि एक मुश्त राशि दी जाएगी.
-सेना की रेजीमेंट्स में जाति, धर्म और क्षेत्र के हिसाब से भर्ती नहीं होगी बल्कि देशवासी के तौर पर होगी.
– कोई भी जाति, धर्म और क्षेत्र का युवा किसी भी रेजीमेंट के लिए आवेदन कर सकेंगे.
-अग्निवीर योजना में सेना की सभी रेजीमेंट ऑल इंडिया ऑल क्लास पर आधारित होंगी.
-आजादी के बाद से रक्षा क्षेत्र में ये एक बड़ा डिफेंस रिफॉर्म माना जा रहा है.
-हरी झंडी मिलते ही इस साल अगस्त के महीने से रिक्रूटमेंट रैलियां शुरु हो जाएंगी और सेना (थलसेना, नौसेना और वायुसेना) में भर्तियां शुरु हो जाएंगी.