बेटी बचाओ का नारा देने वाली सरकार के सरकारी कन्या कॉलेज हुए बदहाल
दैनिक अवंतिका उज्जैन
शहर के माधव कॉलेज में शासकीय कन्या महाविद्यालय संचालित किया जा रहा है। लेकिन भवन खंडहर और मैदान में बरसात का पानी कीचड़ भरा हुआ है। जिससे कालेज आने वाली छात्राओं को काफी परेशानियों का सामना करना हर दिन मजबूरी हो गया है। बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा देने वाली सरकार के सरकारी कन्या कालेज बदहाल हो रहे हैं। बावजूद दिग्गज मंत्री विधायक जनप्रतिनिधि मुकदर्शक होकर तमाशा देख रहे हैं।
सरकारी कॉलेज बदहाल हो रहे हैं। लेकिन शहर के दिग्गज मंत्री और जनप्रतिनिधि विधायक इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। जबकि सत्तारूढ़ भाजपा सरकार बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा देते थक नहीं रही है। वहीं उत्तर दक्षिण में मौजूदा सरकार के विधायक और मंत्री सरकारी कॉलेजों की बदहाल होती स्थिति को सुधारने की जहमत तक नहीं उठा रहे हैं। यहां आपको बताते चलें कि पहले कालिदास कन्या कॉलेज फाजलपुरा जाने वाले रोड पर संचालित होता था। इसके बाद कन्या कालेज का नवीन भवन बिना सोचे समझे मंगलनाथ रोड के सुनसान इलाके में बना दिया गया। जहां छात्राओं के विरोध के बाद कालेज को स्थानांतरित कर माधव कॉलेज में शिफ्ट कर दिया गया और माधव कॉलेज को मंगलनाथ स्थित नवीन कन्या कालेज में भेज दिया गया। माधव कॉलेज में कन्या कालिदास कॉलेज स्थानांतरित हुए दो-तीन साल हो चुके हैं। इसके बावजूद खंडहर होते भवन को सुधारा नहीं जा रहा है। हालांकि कुछ मामूली प्लास्टर कारवाही पूर्व में कॉलज में की गई । इसके बाद भी वर्तमान में 2 दिन हुई मामूली बरसात में ही कालेज के मैदान में पानी और कीचड़ भर गया है। जिसके चलते छात्राओं को काफी मुसीबतों का सामना करना मजबूरी बन गया है। कुछ छात्राओं ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि कालेज के अंदर क्लासरूम और टेबल कुर्सियां भी क्षतिग्रस्त हो रही हैं। कालेज के सभी रूम में बरसात के दिनों में काफी समस्याएं बढ़ जाती है।