वार्ड प्रत्याशियों की सूची के बाद इंदौर – उज्जैन में घमासान, भाजपा- कांग्रेस में भीतरघात की आशंका , कई बागी भी मैदान में
इंदौर/ उज्जैन। भाजपा और कांग्रेस द्वारा पार्षद प्रत्याशियों की सूची जारी होने के बाद घमासान बहुत तेज हो गया है। पार्टी को जहां अपने ही बागियों से निपटना पड़ रहा है, वहीं भड़कते हुए असंतोष के कारण भारी संख्या में वोट कटने तथा भीतरघात होने की आशंका दोनों ही पार्टियों के जिम्मेदारों को अभी से सताने लगी है। भाजपा में धमासान कुछ ज्यादा ही है। बाहरी प्रत्याशियों को टिकट देने के कारण वार्ड के स्थानीय दावेदार तो खुलकर सड़क पर आ गए हैं। इंदौर में ज्योतिरादित्य सिंधिया के सिर्फ एक समर्थक को ही टिकट मिल सका है। इसे लेकर समर्थकों की नाराजगी ज्यादा है और वे सिंधिया तथा तुलसी सिलावट से अपनी मन की बात कर रहे हैं। कहीं सांसद शंकर लालवानी का पुतला फूंका गया है ,तो कहीं पूर्व विधायक के कार्यालय का घेराव कर दिया गया।
संभागीय चयन समिति ने तो गुंडे की पत्नी को ही टिकट दे दिया था, जिसे मुख्यमंत्री तथा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कटवाया। कुछ वार्ड से भाजपा और कांग्रेस के बागी प्रत्याशियों ने निर्दलीय फार्म भर दिए हैं। वार्ड 29 में भाजपा नेता सुरेश यादव की पत्नी संगीता यादव ने पर्चा दाखिल किया। उज्जैन में भी कई वार्ड से बागियों ने पर्चे दाखिल कर दिए हैं, हालांकि स्थिति नामांकन वापसी के बाद ही समझ आएगी। तब तक बड़े नेता समझाने, मान मनोबल और कुछ हद तक धमकाने की भी कोशिश कर रहे हैं। महापौर प्रत्याशियों को लेकर भी दोनों शहरों में अंदरूनी असंतोष है। खासकर भाजपा में।