मप्र के स्थानीय चुनाव में राष्ट्रीय मुद्दा अग्निपथ बना हथियार : इंदौर ,उज्जैन, भोपाल, खरगोन सहित कई शहरों में गरमाया मामला
ब्रह्मास्त्र इंदौर। मध्यप्रदेश में पंचायत से लेकर नगरीय निकाय तक चुनाव का माहौल है। ऐसे में अग्निपथ योजना को लेकर प्रदेश भर में आग लगी पड़ी है और इस आग में पार्टियां अपने-अपने ढंग से राजनीतिक रोटियां सेक रही हैं। भाजपा जहां अग्निपथ योजना के पक्ष में है तो कांग्रेस ने इसके खिलाफ झंडा उठाया हुआ है। जाहिर है अग्निपथ योजना में ट्रेन फूंकने वाले और हिंसा करने वाले ज्यादातर युवा प्रतियोगी नहीं हैं। इसके पीछे कहीं कोई बड़ी साजिश की आशंका भी है। महाराष्ट्र के ट्रक में खरगोन और उज्जैन से आए युवाओं का इंदौर में उत्पात एक बड़ी साजिश की ओर संकेत कर रहा है। अग्निपथ योजना के विरोध के पीछे कोई सी भी ताकत हो, लेकिन कांग्रेस और भाजपा दोनों ही इस मुद्दे को अपने- अपने ढंग से भुनाने की कोशिश कर रही हैं। यहीं वजह रही कि इंदौर में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने अग्निवीरों के रिटायरमेंट के बाद उन्हें भाजपा कार्यालयों में सिक्योरिटी बतौर रखने की बात कह दी, तो वहीं इस मुद्दे को कांग्रेस ने भी तुरंत लपक लिया। कांग्रेस का कहना है कि भाजपा की असलियत सामने आ गई है। वह अग्निवीरों को चौकीदार बनाना चाहती है। बहरहाल स्थानीय चुनाव में यह राष्ट्रीय मुद्दा भी एक हथियार के रूप में काम कर रहा है।