इंदौर में मेयर के लिए 19 , एक ने भी नाम वापस नहीं लिया
इंदौर। मध्यप्रदेश में लंबे समय बाद हाे रहे नगर निगम चुनाव के लिए बुधवार काे नाम वापसी की समय सीमा खत्म हाे गई। इसके साथ ही यह स्पष्ट हो गया कि इंदौर, उज्जैन,भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर समेत सभी 16 नगर निगमों में सीधा मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच ही होगा।खंडवा में बीजेपी ने बागी महापौर प्रत्याशी 69 वर्षीय कमला ठाकुर नामांकन वापसी के बाद बाहर निकलीं कमला रो पड़ी। इसी तरह इंदौर में भी वार्ड 68 के कांग्रेसी दावेदार नाम वापसी के बाद रो पड़े। ऐसे भावुक क्षण कई शहरों में नाम वापसी के दौरान मेयर और पार्षद दावेदारों के बीच दिखाई दिए।
इंदौर में महापौर पद के 19 प्रत्याशी मैदान में
इंदौर नगर निगम में महापौर पद के लिए 19 प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें पुष्यमित्र भार्गव (भाजपा), संजय शुक्ला (कांग्रेस), कमल कुमार गुप्ता (आप), कुलदीप पवार (एनसीपी), बाबुलाल सुखराम (निर्दलीय), डॉ. संजय बिंदल, (निर्दलीय), नासिर मोहम्मद सहित सभी 19 प्रत्याशी हैं। इनमें से किसी ने नामांकन वापस नहीं लिया है। 17 बार चुनाव हार चुके और इंदौर से सबसे पहले नामांकन फॉर्म जमा करने वाले परमानन्द तोलानी डटे हुए हैं।
उज्जैन में 5 प्रत्याशी मैदान में
उज्जैन महापौर पद के लिए कुल 5 प्रत्याशी मैदान में हैं। इसमें बीजेपी कांग्रेस से एक-एक और आप, बहुजन समाज पार्टी और निर्दलीय से एक उम्मीदवार का मुकाबला होगा। कांग्रेस की ओर से वार्ड पार्षद के लिए 150 से ज्यादा दावेदारों ने अंतिम दिन नाम वापस ले लिया। इसके बाद कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशियों ने राहत की सांस ली है। इधर, बीजेपी की बात करें तो 50 से अधिक दावेदारों ने नाम वापस लिए। हालांकि वार्ड क्रमांक 42 से राधेश्याम वर्मा और वार्ड क्रमांक 53 से बीजेपी कार्यकर्ता ने अपना नाम वापस नहीं लिया।