हनुमान मंदिर में रिश्वत ले लेते पकड़ाया प्रधान आरक्षक
हॉस्टल संचालक को झूठे मामले में फसाने की दे रहा था धमकी
उज्जैन। जुए के झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर रिश्वत मांग रहे प्रधान आरक्षक को लोकायुक्त टीम ने शास्त्री नगर हनुमान मंदिर से रंगे हाथ पकड़ा है। प्रधान आरक्षक हॉस्टल संचालक पर लंबे समय से पैसे देने का दबाव बना रहा था।
शास्त्री नगर में रहने वाले देवेश अस्थान हॉस्टल संचालक है और कुछ वर्ष पहले उस पर जुआ खेलने का प्रकरण थाने में दर्ज हुआ था। पुराने प्रकरण की जानकारी साइबर सेल में पदस्थ प्रधान आरक्षक प्रवीण चौहान को लगी तो उसने देवेश पर रुपए देने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। प्रधान आरक्षक धमकी दे रहा था कि रुपए नहीं दिए तो झूठे मामले में फंसा कर जेल भेज देगा। लगातार धमकी मिलने पर देवेश ने मामले की शिकायत लोकायुक्त को दर्ज कराई। लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक अनिल विश्वकर्मा ने मामले की पुष्टि के लिए निरीक्षक वसंत श्रीवास्तव को निर्देश दिए। प्रधान आरक्षक के रिश्वत मांगने की पुष्टि होते ही योजना बनाई गई। रविवार दोपहर देवेश ने रिश्वत देने के लिए प्रधान आरक्षक प्रवीण को शास्त्री नगर स्थित बगीचे में बने हनुमान मंदिर पर बुलाया। प्रधान आरक्षक ने जैसे ही 10 हजार रुपए लिए और जेब में रखे तो लोकायुक्त टीम ने उसे रंगे हाथ दबोच लिया। जिसके खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम का प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की गई है।