दीवार तोड़कर जेल अधीक्षक के बंगले में घुसा ट्रेक्टर
उज्जैन। केन्द्रीय भैरवगढ़ जेल अधीक्षक के बंगले में गुरुवार शाम को अनियंत्रित ट्रेक्टर दीवार तोड़कर अंदर घुस गया। जेल अधीक्षक बाल-बाल बच गई, टे्रक्टर को देख उन्होने खुद की जान बचाई। चालक और उसके साथी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। अधीक्षक ने घटना को जान से मारने की साजिश बताया है। शाम 4 बजे जेल अधीक्षक उषाराजे बंगले की ओर जा रही थी, उन्होने गेट से अंदर प्रवेश किया था, उसी दौरान अचानक अनियंत्रित ट्रेक्टर बंगले की दीवार के साथ गेट तोड़ता हुआ अंदर आ गया। जेल अधीक्षक ने दौड़कर अपनी जान बचाई। आवाज सुनकर परिजन बाहर आ गये थे, वहीं जेल कर्मी भी मौके पर पहुंच गये। ट्रेक्टर चालक और उसके साथी को पकड़ लिया गया और जमकर मारपीट की गई। उपजेलर सुरेश गोयल ने घटनाक्रम की जानकारी भैरवगढ़ थाना प्रभारी प्रवीण पाठक दी। एसआई प्रजापति और डायल हंड्रेड मौके पर पहुंचे। चालक और साथी को हिरासत में लिया गया और पूछताछ के लिये थाने लाया गया। चालक नरेन्द्र पिता लालजी रावत निवासी सुगनाखेडिय़ा भतीरवार ग्वालियर और साथी मुकेश पिता प्रीतम पाल निवासी ग्राम करेरा शिवपुरा सामने आया। दोनों का कहना था कि वह जेल के पीछे नदी किनारे चल रहे टाटा प्रोजेक्ट में ठेकेदार अरविंद राय के साथ काम कर रहे है। टे्रक्टर काल भैरव के समीप खड़ा करने जा रहे थे, उसी दौरान सामने से तेज गति से आटो आता दिखा तो बचाने के प्रयास के पावर स्टेरिंग घूम कर लॉक हो गया और ट्रेक्टर दीवार से जा टकराया।