फैमेली रेस्टोरेंट तोड़ने पहुंची पुलिस को लौटना पड़ा
उज्जैन। सट्टा कारोबारी की 8 दिन बाद भी गिरफ्तारी नहीं होने पर पुलिस ने उसके 11 ठिकानों को चिन्हित किया और सोमवार को निगम टीम के साथ तोडऩे निकल पड़ी। 2 ठिकानों पर जेसीबी चलाने के बाद नगर निगम ने फैमेली रेस्टोरेंट पर नोटिस चस्पा किया गया। जिसके चलते पुलिस को विरोध होने पर वापस लौटना पड़ गया। 2 जुलाई की रात गीता कालोनी में क्राइम टीम ने सट्टा कारोबारी रवि पमनानी के घर और नानाखेड़ा स्थित आफिस में दबिश देकर अवैध कारोबार का खुलासा किया था। घर से 4 किलो 500 ग्राम सोना, 1 किलो चांदी, 20 लाख नगद और 30 मोबाइल के साथ सट्टा पर्ची जब्त की गई। रवि फरार हो चुका था, जिसकी गिरफ्तारी 10 हजार का इनाम रखा गया। पुलिस ने उसकी 11 ठिकानों को चिन्हित किया और निगम टीम के साथ मिलकर तोडऩे की कार्रवाई के लिये निकल पड़ी। सुबह महाकाल वाणिज्य मार्ग पर बने आफिस पर जेसीबी चलाई गई। एक घंटे बाद पुलिस का अमला और निगम की गैंग सिंधी कालोनी रवि पमनानी के मकान पर जा पहुंची। मकान अगला हिस्सा तोडऩे के बाद तीसरी कार्रवाई के लिये फ्रीगंज स्थित अमरसिंह मार्ग पर फैमेली रेस्टोरेंट फायर एंड आईस जा पहुंची। पुलिस बल को देख फ्रीगंज व्यापारी महासंघ के अध्यक्ष और रेस्टोरेंट संचालित करने वाले राजेश अग्रवाल टीम के सामने आ गये। उन्होने तोडफ़ोड़ की कार्रवाई का विरोध करते हुए कहा कि एक घंटे पहले निगम ने नोटिस जारी किया और 48 घंटे का समय दिया, टीम 1 घंटा 20 मिनिट में आ गई। बिल्डिंग रवि पमनानी है, लेकिन वह किरायेदार है। जब 2 दिन का समय दिया गया है तो उन्हें अपने व्यवसाय को बचाने का समय दिया जाएं। बिल्डिंग टूटे या बचे उन्हें इससे मतलब नहीं है।