महाकाल सवारी में डीजे का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा
सवारी मार्ग पर सवारी के आगे-आगे केले, चॉकलेट
एवं खाद्य सामग्री का वितरण नहीं करने के निर्देश
उज्जैन 14 जुलाई। कलेक्टर सिंह ने आज श्री महाकालेश्वर सवारी की व्यवस्थाओं को लेकर विभिन्न जिला अधिकारियों एवं समिति सदस्यों व पुजारियों के प्रतिनिधियों की त्रिवेणी संग्रहालय में बैठक लेकर अब तक किये गये कार्यों की समीक्षा की। कलेक्टर ने कहा है कि महाकाल सवारी में डीजे का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। उन्होंने श्रद्धालुओं से आव्हान किया कि वे सवारी के आगे-आगे केले, नारियल, चॉकलेट एवं अन्य खाद्य सामग्री का वितरण नहीं करें। दो साल के अंतराल के बाद सवारी में पुन: रस्सा पार्टी को तैनात किया जा रहा है।
बैठक में नगर निगम आयुक्त श्री अंशुल गुप्ता, एडीएम श्री संतोष टैगोर, एएसपी डॉ.इंद्रजीत बाकलवार, श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रशासक श्री गणेश धाकड़, महाकालेश्वर मंदिर समिति के श्री राजेन्द्र गुरू, श्री राम पुजारी, पुजारियों के प्रतिनिधियों में श्री आशीष पुजारी एवं श्री अशोक पुजारी व श्री विजयशंकर शर्मा मौजूद थे।
बैठक में कलेक्टर ने कर्कराज पार्किंग का कार्य आगामी दो दिवस में पूर्ण करने के निर्देश दिये हैं। बैठक में बताया गया कि कर्कराज क्षेत्र की पार्किंग का आधा कार्य पूर्ण हो चुका है। कलेक्टर ने भील धर्मशाला का उपयोग पार्किंग के लिये आज से ही करने के निर्देश दिये हैं। बैठक में बताया गया कि महाकालेश्वर मन्दिर पहुंचने के लिये शहर में व्यवस्थित संकेतक (साइनेज) लगा दिये गये हैं। कलेक्टर ने शीघ्र दर्शन की लाइन के लिये पृथक से व्यवस्था करने के निर्देश दिये हैं। साथ ही नृसिंह घाट से आने वाले श्रद्धालुओं के लिये आवश्यकता पड़ने पर दातार अखाड़े वाली गली का उपयोग करने के लिये भी कहा गया है। बैठक में निर्णय लिया गया कि सभा मण्डप में पूजन के समय संख्या सीमित की जाये। साथ ही पालकी द्वार के आगे भी संख्या को सीमित रखा जाये। यहां पर नागपंचमी के लिये बनाये जा रहे अस्थाई पुल के पिलर भी खड़े किये जा रहे हैं। प्रोटोकाल व्यवस्था प्रत्येक सवारी वाले दिन दोपहर 2.30 बजे से 4.30 बजे तक एवं शाम 6 से 7.30 बजे तक बन्द रहेगी। रामघाट पर होने वाले पालकी पूजन के लिये झालरिया मठ से नाव में सवार होकर पुजारीगण रामघाट पहुंचेंगे।
बैठक के बाद कलेक्टर श्री आशीष सिंह एवं अधिकारियों व समिति के सदस्यों द्वारा महाकाल मन्दिर परिसर एवं अन्य स्थानों पर लगाये गये बेरिकेटिंग व दर्शन व्यवस्था का निरीक्षण किया गया।