इंदौर में दोनों महिलाओं से टीआई हो रहे थे ब्लैकमेल
मुस्लिम बीवी ने धमकाया था-बाप की औलाद हो तो उसे गोली मार दो, खुद भी मर जाओ
इंदौर। टीआई सुसाइड केस की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। टी आई की तीसरी पत्नी मुस्लिम बीवी रेशमा और एएसआई रंजना खांडे टीआई को ब्लैकमेल कर रही थीं। पुलिस ने मामले में चार लोगों को आरोपी बनाया है। इनमें लेडी एएसआई रंजना खाण्डे, टीआई की तीसरी पत्नी रेशमा, टीआई का व्यापारी दोस्त गोविंद जायसवाल और रंजना का भाई कमलेश शामिल है। मंगलवार देर रात पुलिस ने उज्जैन से रंजना को गिरफ्तार किया। रेशमा पहले से ही पुलिस की गिरफ्त में है। रंजना के भाई की पहले ही संदिग्ध हालातों में जलकर मौत हो चुकी है। वहीं आरोपी कपड़ा व्यापारी फरार है।
पुलिस ने बताया कि लेडी एएसआई रंजना खाण्डे, उसका भाई कमलेश और टीआई की तीसरी पत्नी रेशमा हाकम सिंह को ब्लैकमेल कर रहे थे। टीआई का व्यापारी दोस्त गोविंद जायसवाल 25 लाख रुपए वापस नहीं कर रहा था। गोलीकांड के दिन रंजना से मुलाकात के बाद हाकम सिंह ने रेशमा को कॉल किया। तब भी रेशमा रुपए के लिए दबाव बना रही थी, उसने टीआई से कहा- बाप की औलाद हो तो उसे भी गोली मार दो और खुद भी मर जाओ। प्रताड़ित होकर हाकम सिंह ने पहले सर्विस रिवॉल्वर से रंजना को गोली मारी। इसके बाद खुद भी गोली मारकर सुसाइड कर लिया।
आरोपी रंजना को पुलिस ने उज्जैन से मंगलवार देर रात गिरफ्तार किया।
कॉल रिकॉर्डिंग्स से सुलझी गुत्थी
11 जुलाई को इंदौर की छोटी ग्वालटोली पुलिस ने टीआई हाकम सिंह पवार की पहली पत्नी लीलावती, भाई रामगोपाल, भतीजे भूपेन्द्र पवार और मुकेश पवार के बयानों को साक्ष्य के तौर पर लिया।
टीआई का मोबाइल भोपाल फॉरेंसिक लैब भेजा। रिपोर्ट आने के बाद साइबर सेल ने बताया कि रेशमा और घटना के बाद टीआई को अपने पिता समान बताने वाली रंजना टीआई को ब्लैकमेल कर रही थीं। दोनों रेप के केस में फंसाने की धमकी देकर रुपए की मांग कर रही थी। रेशमा मकान खरीदने के लिए 28 लाख रुपए की डिमांड कर रही थी।