श्री पूज्यजी शत्रुंजय आदिनाथ तीर्थधाम गुरुभक्तों के साथ दर्शनार्थ पधारे
महिदपुर। श्रीपूज्यजी श्री जिनचन्द्रसूरीजी म.सा. का मंगल आगमन महिदपुर की धर्मधरा पर गुरु पूर्णिमा महोत्सव हेतु नगर में हुआ। महोत्सव के पश्चात राजा सम्प्रतिकालीन आदेश्वर भगवान की पूण्यस्थली शत्रुंजय आदिनाथ तीर्थधाम पर प्रात:काल गुरुभक्तों के साथ दर्शनार्थ पधारे। प्रवेश द्वार पर स्थापित ताड़ पत्र पर अंकित आगमों का अवलोकन कर प्रसन्नता जाहिर की। सम्पूर्ण जिनालय का अवलोकन कर इस पावन तीर्थ की रमणीयता, प्राकृतिक सौन्दर्य एवं अनुपम शिल्पकला तथा दादा आदिनाथ के दर्शन कर भावविव्हल हो गये। प्रभु के समक्ष वंदना कर भाव अर्चन, सुन्दर प्रार्थना गीत बिकानेर के सुरेन्द्र डागा, जवाहर डोसी ह्यपीयूषह्ण, भावी यतिनि अंजलि राखेचा ने सुनाया। इस अवसर पर आयोजित धर्मसभा में तीर्थधाम ट्रस्ट मण्डल के राजेश रुनवाल, जैनेन्द्र खेमसरा ने सम्पूर्ण तीर्थ क्षेत्र के विकास की जानकारी गुरुदेव को प्रदान की। धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए जैनेन्द्र खेमसरा सरल ने अपने काव्यपाठ से गुरुदेव एवं उपस्थित गुरुभक्तों को भाव विभोर कर दिया। ट्रस्ट मण्डल की ओर से अध्यक्ष रमेशचन्द्र कोचर, तपागच्छ श्री संघ अध्यक्ष अंकुर भटेवरा, ट्रस्ट सचिव हेमन्त आंचलिया, विमल मेहता, अजय मूणत आदि ने काम्बली अर्पण कर मंगल तिलक माला पहनाकर बहुमान किया। आपके संग पधारे यति अमृत सुंदरजी म.सा. का भी बहुमान किया। सभा को प्रदीप सुराणा ने सम्बोधित कर गुरुपूर्णिमा की बधाई अर्पित की। इस अवसर पर बड़ी संख्या में गुरुभक्त एवं समाजजन तीर्थधाम में उपस्थित हुए। गुरुदेव ने पुन: पधारने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर प्रिन्स नवीन राखेचा के वर्षीतप का पारणा भी सम्पन्न हुआ। आभार प्रदर्शन राजेश रुनवाल ने किया।