जेल प्रशासन व गायत्री परिवार के संयुक्त संयोजन में शिविर का हुआ समापन
देवास। भारत के नरेन्द्र मोदीजी व भारत सरकार के निर्देश पर भारत के स्वतंत्रता दिवस की 75 वीं वर्षगांठ तथा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, योगी, बन्दियों को प्रेरणा देने वाले एवं दार्शनिक विचारधारा के अरबिंदो की जन्म जयंती के 150 वीं जयंती की पूर्व संध्या पर पूरे देश की जेलों में अरबिंदों के जीवन पर आधारित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, इसी कड़ी में अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के संरक्षण में अखिल विश्व गायत्री परिवार शाखा द्वारा जिला जेल में 11 से 15 जुलाई तक पांच दिवसीय योग, ध्यान एवं प्राणायाम शिविर आयोजित किया गया जिसका संकल्प पूर्वक समापन हुआ। गायत्री शक्तिपीठ के मिडिया प्रभारी विक्रमसिंह चौधरी ने बताया कि पांच दिवसीय शिविर के समापन कार्यक्रम में गायत्री परिवार के जिला समन्वयक रमेशचन्द्र मोदी, युवा समन्वयक प्रमोद निहाले, वरिष्ठ परिजन सुभाषचन्द्र जैन, लक्ष्मण पटेल एवं योगाचार्य विकासगिरी सहित जेल अधीक्षक अनिल दुबे उपस्थित रहे एवं बन्दी भाईयों को सम्बोधित किया। आयोजन में गायत्री परिवार के योगाचार्य विकासगिरी ने बन्दी भाईयों को पांच दिनों तक निरंतर योग की विधा समझाई और योग के साथ ध्यान, प्राणायाम को अपनी दैनिक दिनचर्या कैसे बनाना चाहिए इस हेतु संकल्पित किया। गायत्री परिवार के विद्वानजनों ने शिविर में निरंतर पांच दिनों तक जीवन में आत्म परिष्कार के लिये महत्वपूर्ण बिन्दुओ को बताया और अमल करने के लिए प्रेरित किया साथ ही कहा कि जेलो में भी महापुरुषों ने देश हित के लिए बड़े बड़े कार्य किये है, हमें निराश ना होकर धैर्य पूर्वक चिंतन एवं मनन करना चाहिए और एक अच्छे नागरिक बनकर जेल से अपने घरों को जाना चाहिए। बड़े सौभाग्य की बात है की गायत्री परिवार द्वारा आप लोगों को समय समय पर गायत्री परिवार की विभिन्न गतिविधियों से जोडऩे का प्रयास किया जाता रहा है। योग, ध्यान एवं प्राणायाम शिविर के अंत मे जेल अधीक्षक अनिल दुबे ने कहा कि अरबिंदो द्वारा देश की कई जेलों में जाकर बन्दी भाईयों को प्रेरणा, आत्म चिंतन एवं अनुभूति के माध्यम से उनकी चेतना में आध्यात्मिक परिवर्तन किया था। बन्दी भाईयों के सर्वांगीण विकास हेतु गायत्री परिवार के विशेष सहयोग से यहां शिविर सफल रहा इसके लिये मैं गायत्री परिवार के सभी विद्वानों का ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूँ।