कांग्रेस से भाजपा में गए दिलीप चौधरी सिर्फ 12 मतों से हार गए
इंदौर की छह नगर परिषदों में भाजपा को बहुमत, दो कांग्रेस के खाते में
इंदौर। इंदौर जिले की आठ नगर परिषदों के चुनाव में छह में भाजपा को बहुमत मिला है तो दो नगर परिषद कांग्रेस के खाते में गई हैं। जिन आठ नगर परिषदों में भाजपा ने बहुमत हासिल किया है, उनमें राऊ, सांवेर, देपालपुर, बेटमा, महूगांव और मानपुर शामिल हैं, जबकि गौतमपुरा और हातोद में बहुमत कांग्रेस के पास आया है। पर कुछ नगर परिषदों में भाजपा और कांग्रेस को पार्षद की एक-एक सीट से ही बहुमत मिला है। ऐसे में जीते हुए निर्दलीय उम्मीदवारों का रुख जिधर होगा, उसी पार्टी का अध्यक्ष चुना जाएगा। देपालपुर, बेटमा और हातोद में ऐसे ही हालात बने हैं।
भाजपा की बड़ी जीत राऊ नगर परिषद में हुई है। यहां पार्षद के 15 पदों में से 12 पर भाजपा के उम्मीदवार जीते हैं तो कांग्रेस के केवल तीन उम्मीदवार ही जीत हासिल कर पाए हैं। यह दूसरा मौका है जब राऊ में भाजपा की परिषद बनने जा रही है। उधर सांवेर में भी इस बार भाजपा की नगर परिषद बनने जा रही है। पिछली बार यहां कांग्रेस की परिषद थी। कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए दिलीप चौधरी 12 मतों से पार्षद का चुनाव हार गए। चौधरी को 403 तो उनके प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के श्याम सोनी को 415 वोट मिले। चौधरी इस बार अध्यक्ष के दावेदार थे, जबकि इससे पहले उनकी पत्नी कांता चौधरी अध्यक्ष थीं और उनसे पहले खुद दिलीप भी अध्यक्ष रह चुके हैं। पर इस बार मतदाताओं ने उनको हार का स्वाद चखा।
एक वोट से मिली जीत, चार नोटा को
सांवेर नगर परिषद के वार्ड-11 में मात्र एक वोट के अंतर से हार-जीत हुई। प्रत्याशी आरती राजेंद्र वर्मा को 127 वोट मिले तो उनकी निकटतम प्रतिद्वंद्वी कमला नरेंद्र वर्मा को 126 वोट मिले। दिलचस्प बात यह रही कि तीसरी उम्मीदवार रेखा राम परमार को भी 125 वोट मिले। यानी तीनों उम्मीदवारों के बीच एक-एक वोट का अंतर रहा, जबकि मतदाताओं ने चार वोट नोटा को दे दिए।