सवारी मार्ग जिम्मेदार विभाग द्वारा लगाए गए लोहे के खंभों में उतर रहा करंट
तगड़ा राजस्व लगाकर ताबड़तोड़ वाटरप्रूफ शीट लगाने की कार्यवाही
दैनिक अवंतिका उज्जैन
सवारी मार्ग पर जिम्मेदार विभागों द्वारा लगाए गए लोहे के बिजली खंभों में घातक करंट उतर रहा है s.m.s. देखने सवारी देखने आने वाले श्रद्धालु दर्शनार्थियों के साथ हादसा होने की संभावना है। इसकी जानकारी लगते ही प्रशासन द्वारा ताबड़तोड़ वाटरप्रूफ शीट लगाए जाने की कार्रवाई की जा रही है। इसमें तगड़ा राजस्व खर्च किया जा रहा है। वर्षों पहले एलुमिनियम के और बीढ के खंभों लाईठ लगाई जाती थी। लेकिन इन खंभों को हटाकर सिहस्थ 2016 में लोहे के खंभे मनमानी पूर्वक लगा दिए गए।
कोरोना संक्रमण के कारण पिछले 2 साल सवारी संक्षिप्त मार्ग से भव्य स्तर पर निकाली गई। आकर्षक रंगोली बनाई गई कारपेट बिछाए गए। आतिशबाजी की गई। सवारी महाकाल से हरसिद्धि होते हुए नदी पहुंचती थी और वही से ही संक्षिप्त मार्ग से वापस महाकाल मंदिर प्रवेश कर जाया करती थी। लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीमी है। लिहाजा प्रशासन ने परंपरागत मार्ग से सवारी निकालने के निर्णय लिए हैं। लेकिन सवारी मार्ग पर खतरों के आलम बने हुए हैं। जिम्मेदार विभाग द्वारा लगाए गए लोहे के बिजली खंभों मे करंट उतर रहा है। ऐसे में भीड़ में आमजन दर्शनार्थी करंट की चपेट में आने से हादसे दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं। आरोप लगाए गए सवारी के कई मार्ग सकरे हैं और दोनों छोर पर बिजली के लोहे वाले खंभे मनमानी पूर्वक निगम और बिजली विभाग ने सांठगांठ से लगा दिए गए हैं। सिहस्थ 2016 मे एलुमिनियम के खंभों को हटाकर यह लोहे के खंभे लगा दिए गए। जबकि यह बात सोचने कि वाली थी की बिजली लोहे के खंभों में करंट उतार सकती है। इसके बावजूद कंपनी ठेकेदारों ने मनमानी पूर्वक लोहे के खंभों पर स्ट्रीट लाइट लगाई। इसके बाद खंभों में करंट और केबल फाल्ट होने की शिकायतें सवारी के दौरान पहले भी सामने आई और तगड़ा खर्च कर वर्ष 2019 में वाटरप्रूफ शीट लगाई गई थी। लेकिन वह दो तीन सवारी के दौरान क्षतिग्रस्त हो गई थी। इस बार भी यही शीट लगाई जा रही है। जबकि इसका स्थाई हल किए जाने की आवश्यकता आम जन चर्चा में बता रहे हैं।
सवारी मार्ग की गली गली में वाहनों की अफरा-तफरी मचेगी
सवारी मार्ग के आसपास गली मोहल्लों में सवारी के दौरान वाहनों की अफरा-तफरी और आपाधापी बनी रहती है मनमाने रूप से वाहन पार्टी किए जाते हैं इससे दर्शनार्थियों को सवारी देखने आने के दौरान दिक्कतों का सामना करना पड़ता है प्रशासन व्यवस्थाएं करने में फेल हो जाता है। रामघाट बक्शी बाजार पानदरीबा कहारवाड़ी कार्तिक चौक ढाबा रोड क्षेत्र में छत्री चौक गोपाल मंदिर क्षेत्र में सवारी के दौरान वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाए जाने की भी आवश्यकता पर समाजसेवी जोर दे रहे हैं।
पीले बैरिकेट्स मे निकल रहे नुकीले तार
सवारी में कई सकरी गलियों में भी पीले बैरिकेट्स लगाए जाते हैं। उसमें से अधिकतर क्षतिग्रस्त और उनमें नुकीले हिस्से निकल रहे हैं। वही बैरिकेट्स को बांधने के लिए भी तारों का ही प्रयोग किया जाता है। इसके नुकीले तार बेरिकेड्सट के बाहर निकले रहते हैं। कई बार भीड़ में इससे श्रद्धालुओं को चोट लगने की घटना पूर्व में सामने आ चुकी है। लेकिन इस मामले में भी प्रशासन कोई ठोस कदम उठाता सामने नहीं है सड़कों पर पीले बैरिकेट मनमानी पूर्वक रखे जाने की स्थिति सामने आ रही है।