रूद्रसागर-चारधाम मंदिर के सामने हालत हुए बेकाबू

उज्जैन। श्रावण मास के दूसरे सोमवार पर आस्था का सैलाब ऐसा उमड़ा कि प्रशासन की सभी व्यवस्थाएं फैल हो गई। बाबा महाकाल की एक झलक पाने के लिए लम्बी कतार में सुबह रूद्रसागर-चारधाम मंदिर के सामने हालात बेकाबू हो गये। बाबा महाकाल की कृपा रही बड़ा हादसा नहीं हुआ। भीड़ में फंसे गुना से आये दो श्रद्धालु बेहोश हो गये।
12 ज्योतिलिंर्गों में विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकालेश्वर के दरबार में श्रावण मास का बड़ा महत्व है। बाबा महाकाल की एक झलक से सभी मनोकामना पूरी हो जाती है। जिसके चलते लगातार आस्था का सैलाब उमड़ रहा है। प्रशासन श्रद्धालुओं की संख्या देख पर्याप्त व्यवस्था जुटाने की कोशिश में लगा हुआ है। श्रावण का दूसरा सोमवार होने पर प्रशासन के अनुमान से कहीं ज्यादा श्रद्धालु देश-विदेश से महाकाल मंदिर पहुंच गये। रविवार रात से दर्शन की कतार लगना शुरू हो गई थी। सुबह 6 बजे चारधाम मंदिर-रुद्रसागर के सामने लगी कतार में हालत बेकाबू हो गये। प्रशासन की व्यवस्थाएं पूरी तरह से फैल हो गई। भीड़ का दबाव ऐसा बना कि गुना के आरोन से आये श्रद्धालुओं के दल में शामिल प्रीतम पिता अमर सिंह और गजेंद्र पिता दौलतसिंह दबाने से बेहोश हो गये। साथियों और परिजनों ने बमुश्किल उन्हे बाहर निकाला और पुलिस से मदद मांगी। एम्बुलेंस बुलाने के लिये कहा गया, जब मदद नहीं मिली तो परिजन आटो से दोनों को उपचार के लिये जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। बाबा महाकाल की कृपा रही दोनों श्रद्धालुओं के साथ आस्था की भीड़ को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। बिगड़े हालातों का संभालने के लिये अधिकारी और सुरक्षा बल के जवान पहुंच गये। बेरिकेट्स खोले गये और श्रद्धालुओं को मंदिर की ओर भेजा गया।