शाजापुर बलाई समाज का उग्र आंदोलन, इंदौर से पहुंचे कई कार्यकर्ता
अध्यक्ष परमार के प्रश्नों का जवाब नहीं दे पाए अफसर, घटना के चार दिन बाद भी आरोपियों की गिरफ़्तारी
इंदौर। यहां से पहुंचे अखिल भारतीय बलाई महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज परमार के नेतृत्व में बलाई समाज ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय शाजापुर पर उग्र आंदोलन किया।
ज्ञात हो जिले के बावलियां खेड़ी गांव में दलित नाबालिक छात्रा 16 वर्षीय लक्ष्मी मेवाड़ा को स्कूल जाने पर रोकने और विरोध करने पर गांव के दबंगो ने किया था दलित परिवार पर जानलेवा हमला। घटना के दिन से ही आरोपी फरार हैं।
शिवराज मामा का नारा है-बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ। इस नारे को थोथला साबित किया बावलियां खेड़ी गांव के दबंगो ने।
अध्यक्ष मनोज परमार ने जिले के शासकीय अस्पताल में भर्ती घायलों से मुलाकात की। घायलों ने बताया कि प्रत्येक के सिर में 12 से 15 टांके लगे हैं। किसी का हाथ टूटा तो किसी का पैर सभी घायलों ने रोते बिलखते अपनी पीड़ा बयां कर समाजजनों को भावुक कर दिया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक टी. एस बघेल को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि अगर आरोपियों की 24 घंटे के अंदर तत्काल प्रभाव से गिरफ्तारी नहीं हुई और झूठी एफआईआर खारिज नहीं हुई तो प्रदेश स्तर पर जंगी आंदोलन करेंगे। पुलिस अधीक्षक कार्यालय शाजापुर का घेराव कर चक्काजाम करेंगे।
इस अवसर पर मुख्य रूप से श्रीमती लता मालवीय, प्रदेश अध्यक्ष महिला विंग निर्मला वानखेड़े, संगीता पाटोदी, सर्चना चौहान, चिंता मालवीय, लक्ष्मण खेड़े,सन्नी गवली
, रोहित आंजना, दीपक सोलंकी आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।