छात्र ने फांसी लगाने से पहले लिखा डिप्रेशन में हूं
उज्जैन। बीएससी प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रहे छात्र ने मंगलवार रात फांसी लगा ली। बहन कमरे में पहुंची तो उसे फंदे पर लटका देख शोर मचाया। छात्र ने फांसी लगाने से पहले सुसाइटनोट लिखा था, जिसमें उसने कहा कि माफ करना, डिप्रेशन में हूं, गलती हो गई। इंदौररोड के ग्राम करोहन में रहने वाले कृषक परिवार का उमेश पिता तुलसीराम चौहान 21 वर्ष माधव साइंस कॉलेज से बीएससी फस्ट ईयर की पढ़ाई कर रहा था। मंगलवार दोपहर परीक्षा देकर लौटा और पिता से कहा पास हो जाऊंगा। माता-पिता रिश्तेदरी में हुई गमी में शामिल होने के लिये मांगलिया जा रहे थे। उन्होंने शाम को गाय का दूध निकालने की बात कहीं और चले गये। घर पर 2 बहनें थीं। उमेश उसके बाद ऊपरी मंजिल पर बने कमरे में चला गया। बहनों को लगा कि पढ़ाई कर रहा होगा। देर शाम को जब उसे दूध निकालने के लिये बहन कुसुम बुलाने पहुंची तो चिख पड़ी। भाई फंदे पर लटका हुआ था। शोर सुनकर आसपास के लोग आ गये। मामले की सूचना नानाखेड़ा थाना पुलिस को दी गई। एसआई आरएल भगत ने बताया कि जांच के दौरान पुलिस को सुसाइड नोट मिला। जिसमें लिखा था कि डिप्रेशन में हूं, मुझे माफ कर देना। गलती हो गई। नोट जब्त कर शव जिला अस्पताल लाया गया। सुबह देर रात माता-पिता के लौटने पर बुधवार सुबह पोस्टमार्टम कराया गया है। फिलहाल आत्महत्या का कारण सामने नहीं आ पाया है। मृतक 2 बहनों का एक भाई और परिवार को एकलौता पुत्र था।