आर्थिक तंगी से जूझ रहा उज्जैन नगर निगम
महापौर एवं पार्षदों की शपथ विधि के पहले नगर निगम उज्जैन की बकाया राशि भेजे राज्य शासन
उज्जैन। नगर पालिका निगम उज्जैन को निर्वाचित नवीन महापौर एवं पार्षदों से बड़ी उम्मीद है पिछले लगभग 2 वर्षों से उज्जैन में जनप्रतिनिधि का बोर्ड नहीं था इस कारण संपूर्ण शहर में अव्यवस्थाएं बनी हुई है।
वर्तमान में उज्जैन नगर पालिका निगम पर लगभग 50 करोड़ का भुगतान देनदारी है। कर्मचारियों को वेतन बांटने में भी समस्या है, नवीन निर्माण लगभग 2 वर्षों से बंद है।
वरिष्ठ कांग्रेसी पार्षद रवि राय ने कहा कि शासन नगर निगम की आर्थिक तंगी को दूर करें और शपथ विधि के पूर्व 150 करोड़ की राशि उपलब्ध कराएं। उसके बाद ही शपथ विधि कराएं। जिससे शहर की उत्सुक जनता ने जिन्हें बड़े आत्मविश्वास से चुना वे उनकी मांगों पर उनके कार्यों पर उनकी समस्याओं के समाधान का कार्य कर सकें। जनप्रतिनिधि जनता की समस्याओं का निराकरण बिना धन के नहीं कर सकते।
जनता को समस्याओं से मुक्ति के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को 150 करोड़ की राशि नगर पालिका निगम उज्जैन को देना चाहिए,जिससे समय पर कर्मचारियों की तनख्वाह बटे। शहर के विकास कार्य सुचारू रूप से प्रारंभ हो सके और नवीन जनप्रतिनिधि को किसी भी अप्रिय घटना का सामना नहीं करना पड़े।