वेद विद्या प्रतिष्ठान के सचिव के खिलाफ प्रदर्शन:केंद्रीय शिक्षा मंत्री से सचिव को हटाने की मांग
उज्जैन। महर्षि सांदीपनि राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान के बाहर वेद अध्यापक और वेद पाठी विद्यार्थियों ने जमकर प्रदर्शन किया। अध्यापक सचिव की वेद विरोधी नीतियों, भ्रष्टाचार एवं प्रताड़ना से दुखी होकर विरोध में उतर आए है। संस्थान के सचिव को पद से हटाने और उनका कार्यकाल नही बढ़ाने को लेकर शिक्षक परिषद के अध्यापकों ने प्रदर्शन करते हुए प्रतिष्ठान के बाहर गुरुवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री के नाम ज्ञापन एसडीएम को सौंपा है।
महर्षि सांदीपनि राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान चिंतामन रोड़ उज्जैन में है। इसका संचालन केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार से होता है। इसमें पूरे भारत वर्ष में लगभग 300 से ज्यादा वेद विद्यालय है। गुरु शिष्य परंपरा इकाइयों को मिलाकर पूरे भारत में करीब 8से 10 हजार विद्यार्थी और 800 से 1000 तक अध्यापक संस्थान के अंतर्गत है। अध्यापकों का आरोप है कि संस्थान के सचिव विरूपाक्ष जड्डीपाल की प्रताडऩा से अध्यापक में असंतोष है। सचिव जड्डीपाल का कार्यकाल 4 अगस्त 2017 से 4 अगस्त 2022 तक है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपकर संस्थान के सचिव विरूपाक्ष जड्डीपाल का कार्यकाल नही बढ़ाने की मांग की है। अध्यापकों का कहना है कि यदि उनकी सुनवाई नही हुई तो चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा।
सचिव पर लगाए गंभीर आरोप
प्रदर्शन कर रहे योगेश शर्मा ने बताया की संस्थान के सचिव विरूपाक्ष जड्डीपाल पर अध्यापकों ने आरोप लगाते हुए बताया कि सचिव के 5 वर्ष के कार्यकाल में सभी अध्यापकों को प्रताडि़त किया है। गलत नीतियां बनाई आर्थिक भ्रष्टाचार किया,जिन्होंने विरोध किया उन्हे झूठे आरोप लगाकर कमियां बता कर उनका वेतनमान रोक दिया। अपनी मनमर्जी से भर्तियां करना, अपने कृपा पात्रों को नौकरी पर लगाना, एक ही पद पर अलग-अलग विसंगति पूर्ण वेतनमान जारी करना, अपने विशेष कृपा पात्र लोगों को आदर्श विद्यालय के नाम पर 65 हजार रूपए सैलरी के साथ ही आवास और भोजन की निशुल्क सुविधा देना,तथा उसी पद के लिए अन्य शिक्षकों को मात्र 16 हजार रूपए मानदेय देना। पेगासस के नाम पर अध्यापकों को प्रताडि़त करना। प्रशिक्षण के नाम पर, संपरीक्षण के नाम पर भ्रष्टाचार करना जैसे आरोप लगाए है।