राखी के पहले बहन को न्यौता देने वाला था, करनी पड़ी अंतिम विदाई

बहन के बाद जीजा भी झूल गया फांसी के फंदे पर

इंदौर। राखी के पहले भाई अपनी बहन को मायके ले जाने के लिए न्यौता देने आने वाला था, उस दिन वह ससुराल तो आया लेकिन कंधा देने। रोते-रोते भाई बोला भगवान ऐसा दिन किसी को न दिखाए। बोला, दो सप्ताह पहले बहन से बात हुई थी। बहन के साथ भांजी को भी राखी पर लेने आने वाला था। लेकिन एक ही दिन में सब खत्म हो गया।
संविद नगर निवासी दीपक गढ़वाल और उसकी पत्नी रीना के सुसाइड के बाद दोनों के परिजन रविवार को एमवाय अस्पताल पहुंचे। यहां दोनों का पोस्टमार्टम होना था। रीना के परिवार से उसका भाई विकास, पिता व दोस्त पहुंचे। विकास ने बताया कि बहन से उसकी अकसर बात होती रहती थी। जबकि छोटी बहन किरण से वह मिलती रहती थी।

आज तो न्यौता देने का दिन

विकास ने बताया कि रविवार को बहन को राखी पर मायके लाने के लिए न्यौता देने आने वाला था। शनिवार को उसकी मौत की खबर सुनकर सन्न रह गए। अब मुझे न्यौते की जगह बहन को कंधा देना पड़ रहा है। बहन और जीजाजी के बीच क्या विवाद हुआ था यह भांजी नहीं बता पा रही है। फिलहाज भांजी शांति नगर में नानी और मौसी किरण के पास है।

रीना से शादी के बाद परिवार ने बना ली थी दूरी

दीपक का बड़ा भाई संजय भी रविवार को पोस्टमार्टम के लिये एमवाय पहुंचा। यहां उसने बताया कि पांच साल पहले उसके पिता का स्वास्थ्य खराब था। इसी बीच अचानक वह रीना के साथ रहने चले गया। कहां रहता था। इस बारे में कभी नहीं बताया। परिवार को जब यह पता चला कि रीना पहले से शादीशुदा है तो उन्होंने भी दीपक से बात नहीं की। सुसाइड से पहले दोनों के बीच क्या विवाद हुआ उन्हें नहीं पता। दोनों के सुसाइड की खबर दोस्तों से ही मिली।

भाइयों ने दी दोनों को मुखाग्नि

दीपक को बड़े भाई संजय ने ही मुखाग्नि दी। जबकि रीना को मुखाग्नि देने के लिए पहले पति के बेटे गणेश को बुलाया था पर वो नहीं आया। इसके बाद रीना के छोटे भाई विकास ने ही उसे मुखाग्नि दी।