तिरंगे के प्रति जबरदस्त दीवानगी – इंदौर में सरकारी रेट पर बेचे जा रहे झंडे का स्टॉक खत्म, पूरे मध्यप्रदेश में लगभग यही हालात
इंदौर। शनिवार यानी आज से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा अभियान चलाया जाएगा। मप्र सरकार ने इस अभियान के तहत करीब एक करोड़ 51 लाख तिरंगा लगाने का लक्ष्य तय किया है। हालात ऐसे हैं कि राजधानी भोपाल की दुकानों पर तिरंगे की शॉर्टेज हो गई है। मीडियम साइज का झंडा मार्केट में मिल नहीं रहा है।
दुकानदार कहते हैं कि पहली बार तिरंगे की इतनी ज्यादा डिमांड आई है कि सप्लायर झंडे की सप्लाई नहीं कर पा रहे हैं। कई शहरों में तिरंगे का स्टॉक खत्म हो चुका है। खादी भंडार में भी तिरंगे आते ही बिक जा रहे हैं। अब तक कई बार खादी भंडार वाले स्टॉक मंगा चुके हैं, लेकिन अब सप्लाई करने वालों ने भेजने से मना कर दिया है। इंदौर में तिरंगे को लेकर ऐसी दीवानगी है कि कई वार्डों में सरकारी रेट पर बेचे जा रहे तिरंगे खत्म हो गए हैं। भोपाल, इंदौर, उज्जैन और ग्वालियर में तिरंगे के स्टॉक खत्म हो गया है।
भोपाल में 50 हजार झंडे दस दिन में खत्म
भोपाल के रोशनपुरा चौराहे पर चुनाव प्रचार सामग्री विक्रेता नितेश अग्रवाल ने बताया, पहली बार किसी राष्ट्रीय पर्व पर तिरंगे की डिमांड इतनी ज्यादा बढ़ी है। 20 बाय 30 इंच साइज के झंडे की डिमांड सबसे ज्यादा है। इसकी कीमत 25 रुपए है। हमने 50 हजार झंडे मंगाए थे, दस दिन में ही पूरा स्टॉक खत्म हो गया है। तिरंगा कैप, गमछा, व्हीकल फ्लैग और रॉड वाले झंडे सहित लगभग सारा माल खत्म हो चुका है। 50 हजार झंडे 10 दिन में खत्म हो गए। पहली बार ऐसा हुआ है कि तिरंगा सहित कैप, गमछे भी खत्म हो गए हैं।
इंदौर में कई वार्डों में तिरंगे हुए खत्म
इंदौर में तिरंगे को लेकर ऐसी दीवानगी है कि कई वार्डों में सरकारी रेट पर बेचे जा रहे तिरंगे खत्म हो गए हैं। 20 बाय 20 इंच के तिरंगे का सरकारी बिक्री रेट 15 रुपए है। वार्ड नंबर 82 में 5700 तिरंगे बिक गए हैं। शुक्रवार को तिरंगे खत्म होने के चलते उन्होंने एक हजार तिरंगे और मंगवाए हैं। अभी सिर्फ 200 तिरंगे मिल पाए हैं। वार्ड में जारोलिया मार्केट और परिवहन नगर में जगह बनाई है। वार्ड नंबर 84 में ढाई से तीन हजार के लगभग तिरंगे बांटे हैं। आइडियल स्कूल के यहां से तिरंगे बेचे जा रहे हैं। दुकान पर 80 साल के जगदीश भटनागर भी तिरंगा लेने पहुंचे। वार्ड नंबर 85 में भी ग्वाला कॉलोनी और सांई बाबा नगर से तिरंगे का वितरण किया जा रहा है।
उज्जैन में नहीं मिल पा रहा तिरंगा
उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि पोस्ट ऑफिस के साथ-साथ नगर निगम के सभी 6 जोन, जिले की सभी आंगनबाड़ी, कंट्रोल दुकानों पर झंडे बिक रहे हैं। पोस्ट ऑफिस में बिकने वाले झंडे की कीमत 25 रुपए है। इसका आकार 20 x 30 रखा गया है। डंडा खरीदने के लिए 5 रुपए अलग देना होंगे, जबकि नगर निगम सहित आंगनवाड़ी और कंट्रोल पर मिलने वाले झंडे की कीमत डंडे सहित 17 रुपए रखी गई है। पोस्ट ऑफिस के 46 हजार झंडे 13 दिन में खत्म हो गए। यही नहीं नगर निगम के सभी 6 जोन में पहुंचे झंडे चार दिन में खत्म हो गए। अब कई लोग चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें तिरंगा नहीं मिल पा रहा है।
उज्जैन के मुख्य पोस्ट ऑफिस के हेड पोस्ट मास्टर एसएन झा ने बताया, 30 जुलाई को सूरत से 46 हजार झंडे उज्जैन पहुंचे थे। इनमें से कुछ शाजापुर, आगर पहुंचाए गए और बाकी को उज्जैन के लिए रखा गया था। 13 दिन में ही झंडे खत्म हो गए हैं। अब झंडे कब आएंगे ये भी पता नहीं है।
इधर, नगर निगम के सभी 6 जोन में घरों की संख्या के हिसाब से झंडे पहुंचाए गए थे। नानाखेड़ा जोन नंबर 6 में 8 जुलाई को 10 हजार झंडे पहुंचाए गए थे। लेकिन, सभी झंडे चार दिन में ही खत्म हो गए। नगर निगम ने एक लाख झंडे वितरण करने का लक्ष्य रखा है।