क्षिप्रा में छलांग लगाने से पहले बोला जा रहा हूं..

उज्जैन। शनिवार दोपहर युवक ने क्षिप्रा में छलांग लगाकर जान दे दी। नदी में कूदने से पहले उसने जीजा को कॉल किया और बोला जा रहा हूं। मिलने मंगलनाथ आ जाओ। जीजा पहुंचे तो नदी किनारे चप्पल और सायकल खड़ी मिली। काजीपुरा विष्णु कालोनी में रहने वाला सुनील पिता बाबूलाल कुसमारिया 38 वर्ष कृषि उपज मंडी में तुलवाटी का काम करता था। सुबह वह घर से निकला और मंडी पहुंचा। जहां से कुछ देर बाद निकल गया। 11.30 बजे जीजा श्रवण कुमार निवासी गंगानगर अंकपात मार्ग को कॉल किया और बोला जा रहा हूं। नदी किराने हूं, मिलना हो तो मंगलनाथ अंगारेश्वर मंदिर के पास आ जाओ। जीजा पहले कुछ समझ नहीं पाये जब उन्हें नदी शब्द समझ आया तो वह अंगारेश्वर मंदिर तक पहुंचे। जहां 2 युवकों ने बताया कि एक व्यक्ति ने नदी के बीच टूटी पुलिया से छलांग लगाई है। उन्होंने आसपास देखा तो किनारे पर सुनील की सायकल खड़ी थी और पुलिया पर चप्पल पड़ी थी। मामले की सूचना चिमनगंज थाना पुलिस को दी गई। एएसआई मनोहरसिंह सेंधव मौके पर पहुंचे, परिजनों ने घटनाक्रम बताया। तलाश के लिये होमगार्ड की एनडीईआरएफ की टीम को बुलाया गया। दोपहर 12 बजे सर्चिंग अभियान शुरू किया गया, करीब 3.30 घंटे की तलाश के बाद सुनील का शव बाहर निकाला गया। शव मिलने के बाद पोस्टमार्टम के लिये जिला अस्पताल लाया गया। इस दौरान परिजनों ने बताया कि सुनील को कोई परेशानी नहीं थी। घर में भी सबकुछ ठीक था। उसे तैरना नहीं आता था। उसने ऐसा क्यों किया इसकी वजह पता नहीं है। सुनील दो बच्चों का पिता था। मंडी में भी किसी से कोई विवाद नहीं था।