7 साल हाशिए पर रहे जटिया शक्ति संपन्न होकर आज आ रहे उज्जैन
भाजपा ने पलक पांवडे बिछाए, बैनर पोस्टर लगे, उज्जैन के बड़े नेता स्वागत- सत्कार में जुटे
उज्जैन। किसी ने ठीक ही कहा है कि व्यक्ति नहीं पद बड़ा होता है। खासकर राजनीति में तो यह विशेष मायने रखता है। अब पूर्व केंद्रीय मंत्री सत्यनारायण जटिया का ही उदाहरण ले लें। 7 बार सांसद रहे जटिया पिछले 7 साल से हाशिए पर थे। उनके पास न तो कोई पद था और न ही वैसा रुतबा, परंतु अब वे भाजपा की सर्वोच्च समिति संसदीय समिति तथा केंद्रीय चुनाव समिति के माननीय सदस्य हैं। भाजपा संसदीय समिति में सिर्फ 11 सदस्य हैं, जिनमें राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृहमंत्री आदि हैं। जटिया जी भी इन्हीं 11 में से एक हैं। भाजपा में राजनीतिक शक्ति प्राप्त करके जटिया आज उज्जैन आ रहे हैं। राजनीतिक शक्ति इसलिए क्योंकि आने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में टिकट वितरण के दौरान उनकी फाइनल स्टेज पर अहम भूमिका होगी। उज्जैन भाजपा ने उनके लिए पलक पांवडे बिछा दिए हैं। तमाम वरिष्ठ नेता अब शक्ति संपन्न जटिया जी का स्वागत करेंगे। जटिया जी के स्वागत के लिए बड़े-बड़े पोस्टर और बैनर लग गए हैं। स्वागत और सम्मान के भी कार्यक्रम रखे गए हैं। एक वक्त जटिया जी के इर्द-गिर्द घूमने वाले भी चुपचाप घर बैठ गए थे। अब वह समर्थक भी मैदान में हैं।