किसानों की मांग- शुरू हो लहसुन का निर्यात , किसान संयुक्त मोर्चा ने दी मालवा-निमाड़ में आंदोलन की चेतावनी
इंदौर। लहसुन के दाम गिर रहे हैं और प्याज की कीमतें नरम बनी हुई हैं। किसानों ने लहसुन का निर्यात खोलने की मांग की है। किसान संगठनों ने आरोप लगाया है कि इंदौर सांसद शंकर लालवानी ने लहसुन निर्यात शुरू करवाने का आश्वासन देते हुए वादा किया था, जो उन्हें निभाना चाहिए।
संयुक्त किसान मोर्चा ने घोषणा की है कि लहसुन और प्याज के गिरे दामों के बाद अब पूरे मालवा-निमाड़ में किसान आंदोलन की तैयारी में जुट गए हैं। मोर्चा के रामस्वरूप मंत्री और बबलू जाधव ने कहा कि प्याज, लहसुन और आलू के भाव नहीं मिलने से किसान परेशान हैं। मंडियों में प्याज-लहसुन ले जाने का खर्च भी नहीं निकल पा रहा। ऐसे में किसान गांव में ही अपनी उपज को नष्ट कर रहे हैं। संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों ने कहा कि दो माह पूर्व इंदौर के सांसद लालवानी ने घोषणा की थी कि उन्होंने देश के कृषि मंत्री और वाणिज्य मंत्री से चर्चा की है। किसानों की शिकायत उन तक पहुंचाई है।
आलू-प्याज और लहसुन के भाव अत्यंत गिर जाने से किसान परेशान हैं। दोनों मंत्रियों ने विश्वास दिलाया था कि आलू-प्याज और लहसुन का निर्यात खोल दिया जाएगा। इससे इन वस्तुओं के भाव फिर से ठीक हो जाएंगे और किसानों को नुकसान नहीं होगा। परंतु, कुछ नहीं हुआ।
इससे पूरे क्षेत्र के किसानों में आक्रोश है। जगह-जगह आंदोलन शुरू हो गए हैं या आंदोलन की तैयारियां चल रही हैं। इंदौर में भी संयुक्त किसान मोर्चा लहसुन-प्याज के लाभकारी मूल्य दिलाने तथा प्याज व सोयाबीन के भावांतर की राशि का भुगतान किए जाने की मांग है।