नदी नालों में उफान कुँए, वाबड़ी व जलाशयों में बड़ा जल स्तर, 200 घरों की बिजली भी रही बन्द
तराना। विगत 3 दिनों से बारिश के चलते जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया है आम जनों को घरों में रहने पर मजबूर हो गए हैं तेज बारिश के चलते नगर के नयापुरा नाथवाड़ा, छत्रीबाग भेरू महाराज चौराहा सहित अन्य मार्गों पर जलभराव की स्थिति हो गई है जिससे आम जनों को परेशानी हुई पानी निकासी नहीं होने के कारण मार्गो पर जलभराव की स्थिति हमेशा ही रहती है पिछले 24 घंटों में तहसील में 134 एमएम 5.36 इंच बारिश दर्ज की गई। तराना तहसील में अब तक 952 एवं कुल 38 . 8 इंच बारिश हो गई है।
नगर में पानी निकासी के लिए नगर परिषद का अमला सुबह से ही लग गया था। नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि रूपेश परमार ने बताया कि हम सुबह 6:30 बजे से नगर के विभिन्न भाग में पानी निकासी के लिए लग गए थे वार्ड 13,1415 ,1,10 में जेसीबी के माध्यम से पानी निकासी कराई गई।नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि परमार ने बताया कि जलभराव की समस्या से रहवासी परेशान होते हैं। हम नए टॉकीज से लेकर पुराने टॉकीज तक नाले का निर्माण करवाएंगे।इसे हम जल्दी परिषद में लाने वाले हैं अगली बारिश के पहले इस नाले का निर्माण होगा। नाले की पानी की निकासी रेस्ट हाउस मार्ग स्थित नाले पर रहेगी जिससे जलभराव की स्थिति नहीं होगी बारिश के कारण नगर के कई घरों की बिजली बंद रही कई जगह सुबह 9:00 बजे से ही बिजली नहीं थी। जिससे नागरिक परेशान हुए।हालाकि बिजली विभाग के कर्मचारी दिनभर बिजली सुधार के कार्य में लगे रहे।
रुनीजा। इस वर्ष मानसून की बारिश बड़नगर तहसील में जिले की अन्य तहसीलो में कम हो रही है लेकिन उसके बावजूद भी विगत 2 दिन से लगातार कभी धीमी तो कभी तेज बारिश के चलते जलाशयों , कुँए बावडीयों में जलस्तर काफी बढ़ चुका है ।गत रात्रि से चल रही तेज हवा व पानी की बौछार उसे कई जगह पेड़ों के गिरने के भी समाचार प्राप्त हुए हैं। गजनी खेड़ी में अभी तीन दिन पूर्व गिरे एक पेड़ के बाद उसी जगह आज फिर एक पेड़ विधुत तारो पर गिर गया।व विधुत सप्लाय जारी रही। शुक्र है कोई हादसा नही हुआ। विधुत विभाग हमेशा मेंटेनेंस के नाम पर मई , जून , कभी कभी जुलाई में भी घण्टो लाइट बन्द रखता है।पर ऐसे पेड़ो की कटाई आदि पर ध्यान नही देने के कारण पेड़ व डालिया विधुत खम्बो पर तारो गिरती रहती है लगातार बारिश से एक और जनजीवन अस्त व्यस्त हो चुका है खेतों में भी पानी भरा गया है। कई जगह वसे व पेपर वाहन भी काफी देरी से पहुचे है।