75 साल की वृद्धा को झांसा देकर ठगे सोने के टाप्स

उज्जैन। बाजार में वृद्धा को अकेला पाकर 2 बदमाशों ने ठगी की वारदात को अंजाम दे दिया। बदमाशों की बातों में उलझी वृद्धा ने टाप्स थमा दिये और नोट समझ कागज की गड्डी थैली में रख ली। वारदात के बाद पुलिस सुराग तलाशने में लगी है।
देसाईनगर में रहने वाली शांतिबाई पति स्वर्गीय पूरनसिंह 75 साल दोपहर में पैदल फ्रीगंज चूडी खरीदने आई थी। डेढ़ बजे के लगभग वापस घर लौट रही थी, मुम्बई वालों की लाल धर्मशाला के सामने उसे 2 शातिर बदमाशों ने रोका और नोटो की गड्डी दिखाकर देने का झांसा दिया। दोनों ने वृद्धा का कुछ देर तक अपनी बातों में उलझा रखा फिर नोट के बदले कान के टाप्स देने को कहा। वृद्धा कुछ समझ नहीं पाई और 5 ग्राम के टाप्स उतारकर थमा दिये। दोनों बदमाशों ने नोटो की वृद्धा की थैली में रखी और कुछ देर में आने का कहकर चले गये। करीब आधे घंटे तक वृद्धा दोनों के लौटने का इंतजार करती, उसके बाद थैली में रखी नोट की गड्डी निकाली, जो काले कपड़े में बंधी हुई थी, जिसे खोलने पर उसमें कागज की गड्डी भरी होना सामने आया। वृद्धा दोनों की तलाश में एक घंटे तक आसपास की गलियों में घूमती रही, जब कुछ पता नहीं चला तो घर पहुंच परिजनों को घटना बताई। मामला माधवनगर थाने पहुंचा, जहां पुलिस ने वारदात स्थल पहुंच बदमाशों का सुराग तलाशने के प्रयास शुरू किये गये।