बदनावर में आज निकलेगी झिलमिलाती झांकियां
बदनावर। बीते सोमवार को नगर में निकली अंतिम शाही सवारी के साथ अत्यधिक बारिश होने से झिलमिलाती झांकियां नहीं निकल पाई थी। इस कारणअब आज सोमवार को नगर में अखाड़ों के साथ पुन: झांकी निकाली जाएगी। आज शाम 7 बजे बस स्टैंड से सभी झांकियों का कारवां रवाना होगा। नगर परिषद समेत अन्य मंचों से कलाकारों को सम्मानित किया जाएगा।
दुर्गा मित्र मंडल ने अपने 50वें वर्ष में चार झांकियों का निर्माण किया है। पहली झांकी में मायावी रावण और भगवान राम के बीच युद्ध के दृश्य को जीवंत किया जाएगा। इसमें रावण को युद्ध के लिए लंका से उड़कर आते हुए दिखाया जाएगा। दूसरी झांकी में भगवान राधा-कृष्ण और शिव-पार्वती की वेशभूषा में कलाकारों को मनमोहक नृत्य करते दिखाया जाएगा। इसमें चार-चार के दो ग्रुप के युवा बारी-बारी से नृत्य करेंगे। तीसरी झांकी में खाटू श्याम का दरबार सजाया गया है। इसके आगे बैंडपर भक्ति गीतों पर श्रद्धालु झूमेंगे। जबकि चौथी झांकी में दुर्गा मित्र मंडल के 50 वर्ष के इतिहास में दिवंगत सदस्यों को ‘कर चले हम फिदा जानोतन साथियों’ गीत बजाकर श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी।
सरस्वती मित्र मंडल अपने 33वें वर्ष में शिवजी द्वारा तपस्यारत मार्कण्ड ऋषि की यमराज से रक्षा करते हुए प्रसंग को आकर्षक रूप दिया गया है। दो भागों में 30 फीट लंबी झांकी में शिवजी को पीछे से प्रकट होते हुए बचाव करते दिखाया जाएगा। बाबा अमरनाथ भक्त मंडल द्वारा 7 वें वर्ष में राधा-कृष्ण की लीलाओं पर आधारित झांकी बनाई है। पहले भाग में झील में राधा-कृष्ण की रासलीला, दूसरे भाग में माखन खाते कृष्ण एवं तीसरे भाग में कृष्ण को बांसुरी वादन करते हुए दिखाया जाएगा। श्री श्याम भक्त मंडल ने झांकी में खाटू श्याम का दरबार दशार्या है। पंढरीनाथ भक्त मंडल ने 7 वे वर्ष की झांकी में 3 भाग में से पहले भाग में श्रीकृष्ण को राधा के बाल संवारते हुए, दूसरे भाग में ‘नींद चुराई चैन चुराए डाका डाले तेरी बंशी’ गीत पर राधा का नृत्य एवं तीसरे भाग में चांद पर राधा-कृष्ण को बैठते दिखाया जाएगा। इस मौके पर शामिल अखाड़ों में पहलवान कई करबत दिखाएंगे।