कल घर-घर विराजेंगे विघ्नहर्ता : मंगलमयी मुहूर्त में 31 अगस्त बुधवार को मंगलमूर्ति का आगमन, सजे गणेशोत्सव के पंडाल, कई स्वरूप में नजर आएंगे प्रथम पूजनीय
इंदौर। विघ्नहर्ता के घर पर आने की घड़ी आ गई है। कल अपने इच्छित दिन बुधवार को घर-घर विराजेंगे विघ्नहर्ता। इंदौर में दस दिनी गणेशोत्सव के लिए गणेश मंदिरों के साथ गणेश पंडालों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। गणेश मूर्तियों की दुकानें शहरभर में विभिन्न स्थानों पर सज गई हैं। ऐसे में इस बार मंगलकारी रवि योग-चित्रा नक्षत्र के संयोग में मंगलमूर्ति का आगमन उनके प्रिय बुधवार के दिन 31 अगस्त को गणेश चतुर्थी पर हो रहा है। कोरोना से राहत मिलने के बाद इसे खास बनाने की तैयारी में गणेशोत्सव समितियां दोगुने उल्लास से जुटी हुई हैं। इंदौर के खजराना गणेश मंदिर, मल्हारगंज स्थित बड़ा गणपति सहित शहर भर के गणेश मंदिरों में आकर्षक रोशनी की गई है।
खजराना गणेश मंदिर में लगेगा सवा लाख लड्डुओं का भोग
खजराना में सिद्धि विनायक गणेश मंदिर में स्वर्ण आभूषण से शृंगार कर सवा लाख मोदक का भोग लगाया जाएगा तो बड़ा गणपति चौराहा स्थित बड़ा गणपति मंदिर में भगवान को चोला चढ़ाया जाएगा।
इस बार विशेष संयोग
ज्योतिर्विदों के अनुसार चतुर्थी पर इस बार विशेष संयोग बन रहा है। चतुर्थी तिथि 30 अगस्त को दोपहर 3.04 बजे शुरू होकर 31 अगस्त को दोपहर 3.23 बजे तक रहेगी। गणेश उत्सव की शुरुआत बुधवार के दिन हो रही है। बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित है। रवि योग सुबह 6.09 बजे से रात 12.12 बजे तक रहेगा। रवि योग को सूर्य का अभिष्ट प्राप्त होने से प्रभावशाली योग माना गया है। इस दिन पातालवासिनी भद्रा भी सूर्योदय से दोपहर 3.22 बजे तक रहेगी। हालांकि, इसका कोई असर नहीं पड़ेगा और शुभ मुहूर्त में भगवान गणेश की स्थापना होगी।
इन मुहूर्तों में होगी गणेश स्थापना –
लाभ – सुबह 06.10 से 07.43 बजे तक और शाम 5.06 से 6.39 बजे तक। अमृत – सुबह 07.44 से 09.17 बजे तक। शुभ – सुबह 10.51 बजे से दोपहर 12.24 बजे तक।
चर – दोपहर 03.31 से शाम 5.05 बजे तक।
अतिविशिष्ट मुहूर्त –
दोपहर 12.00 से 12.24 बजे तक (अभिजित मध्याह्नकाल शुभ चौघड़िया)। शाम 05.42 से 07.20 बजे तक (अमृतकाल गोधूलि बेला लाभ का चौघड़िया)।
हनुमान जी की हथेली पर गणेश जी
सार्वजनिक महोत्सव समिति जयरामपुर कालोनी के अध्यक्ष प्रकाश लालवानी और अनिल आगा का कहना है कि इस बार कोणार्क के सूर्य मंदिर की प्रतिकृति बनाई जा रही है। इसमें सूर्य के सात घोड़ों पर सूर्यदेव के स्वरूप में भगवान गणेश विराजित रहेंगे। जंगमपुर हनुमान चौक के विजयश्री ग्रुप के रोहित खातुनिया बताते हैं कि इस बार भगवान गणेश की मूर्ति खास होगी। विशालकाय हनुमानजी की हथेली में भगवान गणेश विराजमान होकर सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देंगे। सर्वधर्म एकता उत्सव समिति द्वारा मूसाखेड़ी में 20 फीट ऊंचे अष्टविनायक आठ स्वरूप वाली मूर्ति की स्थापना की जाएगी।