उधार दिये 35 लाख मांगे तो छीनकर ले गये बाइक
उज्जैन। गिट्टी खदान पर रेत बनाने की मशीन लगाने और जेसीबी के साथ डम्पर खरीदने के लिये दोस्त से 35 लाख उधार लेने लौटाने की बात सामने आई तो उधार लेने वाले ने दोस्त के साथ मारपीट कर उसकी बाईक छीन ली। मंगलवार को मामला आईजी-एसपी तक पहुंचा तो जांच के आदेश जारी किये।
मंगलवार को घट्टिया तहसील में रहने वाला अशोक पिता रमेशदास बैरागी आईजी, एसपी कार्यालय पहुंचा था। उसने शिकायती आवेदन देकर बताया कि ग्राम जलवा में रहने वाले दोस्त धर्मेन्द्रसिंह पिता ईश्वरसिंह जो रुद्रा कंट्रक्शन का काम करता है। उसे वर्ष 2018 में गिट्टी खदान पर रेत बनाने की मशीन लगाने, जेसीबी, डम्पर खरीदने के लिये 35 लाख रुपये उधार लिये थे। जिसे वर्ष 2020 में वापस लौटाने का एग्रीमेंट भी नोटरी के माध्यम से ओपी नहाटा के यहां कराया गया था। उसके पश्चात भी धर्मेन्द्रसिंह का पैसों की आवश्यकता होने पर आईडीएफसी बैंक से 18 लाख का लोन प्राप्त कर दिया गया। जिसके भुगतान की किश्त 24 हजार आधी-आधी भरना तय हुआ। मित्रता होने पर उसने अपनी बाइक भी चलाने के लिये धर्मेन्द्रसिंह को दी। कुछ समय बाद बाइक की आवश्यकता होने पर उससे वापस ली गई। उसके बाद धर्मेन्द्र ने लोन की किश्त जमा करना बंद कर दिया। संपर्क करने पर पूर्व में दिये 35 लाख लौटाने को कहा तो कुछ दिनों में देने को कहां। पैसे लौटाने की समय सीमा भी गुजर गई। पैसों का तकाजा करने पर हमेशा टाला जाने लगा। उसकी नियत में खोट आ चुका था। 28 अगस्त को संपर्क किया गया तो उसने 29 अगस्त को आकर मिलने की बात कहीं। सुबह जब वह खेत पर काम कर रहा था, उसी दौरान धर्मेन्द्रसिंह अपने भाई नरेन्द्रसिंह के साथ आया और गाली-गलौच कर मारपीट करने के बाद उसकी बाइक छीनकर ले गया। दोनों धमकी देकर गये कि पैसे और बाइक भूल जा और ज्यादा तेज चला तो जान से खत्म कर देगें।