संभ्रांत परिवारों की ठगोरी गैंग पकड़ाई, एक और गैंग की तलाश

 

कारोबारी-इंजीनियर के बेटों को छुड़ाने के लिए दबाव बना रहे मंत्री-विधायक, आरोपितों से 20 एटीएम और 20 चेकबुक जब्त

इंदौर। क्रिप्टो करंसी में निवेश (ट्रेडिंग) की आड़ में ठगी करने वाले छात्रों का एक गुट तो पकड़ा गया परंतु आरोपियों के अनुसार ही एक और गैंग जो इंदौर में सक्रिय है। पुलिस को उस गैंग की भी तलाश है।
पकड़ाए ठगोरों ने भंवरकुआं स्थित कैफे (ट्रू ब्रदर्स) को अपना अड्डा बना रखा था। आरोपी छात्र संभ्रांत परिवार के हैं। उनके माता-पिता भी बड़े कारोबारी हैं। परिवार वालों को जैसे ही इनकी गिरफ्तारी की खबर मिली, विधायक व मंत्रियों ने फोन लगाने शुरू कर दिए।
डीसीपी जोन-1 अमित तोलानी के मुताबिक, फरियादी अरबाज पुत्र इस्माइल खान (नार्थ मूसाखेड़ी) की शिकायत पर आरोपी हर्ष उर्फ पीयूष पुत्र सत्येंद्रसिंह चौहान निवासी ग्वालियर (बीएसपी होलकर साइंस कालेज), मयंक सत्येंद्रसिंह चौहान निवासी ग्वालियर (एमबीए-आइपीएस कालेज), नितिन फूलचंद साहू निवासी टीकमगढ (बीबीए-आइपीएस कालेज) और आर्यन पुत्र राजेश ठाकुर निवासी ग्वालियर (बीएसडब्ल्यू-डीएवीवी) को पुलिस न् गिरफ्तार कर लिया। हर्ष और नितिन ने भंवरकुआं क्षेत्र में ट्रू ब्रदर्स नाम से कैफे खोल लिया था। 40 हजार रुपये प्रतिमाह किराए पर लिया कैफे चलता नहीं था और इसी पर बैठकर लोगों को ठगते थे। ठगी के रुपयों से ही किराया भी चुकाते थे।

खुद ठगाए तो दूसरों को ठगने लगे –

आरोपियों ने बताया कि करीब एक साल पूर्व आरोपी से 27 हजार रुपये की ठगी हुई थी। इसके बाद हर्ष और पीयूष ने भी इंस्टाग्राम पर ट्रेडर्स अंडर स्कोर प्रीति के नाम से पेज बनाया और निवेश और मुनाफा का प्रलोभन देने लगे। आरोपियों ने सतना के दुर्गेश का नाम कुबूला है, जिसके खाते में करीब 70 लाख रुपये जमा हुए हैं। एक टीम दुर्गेश की गिरफ्तारी के लिए छापे मार रही है। फिलहाल पुलिस ने 20 एटीएम, 20 चेकबुक, सात लाख रुपये का सोना, स्पोर्टस बाइक, आइफोन जब्त कर लिए।