दूसरी निजी समिति के बुनकरों ने सहायक प्रबंधक पर लगाए भेदभाव और मनमानी के आरोप, बुनकरों के सामने रोजी रोटी का संकट

सारंगपुर। पड़ाना जिस सहकारी बुनकर समिति पड़ाना के कुशल कारीगरों की बेहतरीन बुनाई और शानदार कारीगरी से प्रसिद्ध है अब वही बुनकर एवं वर्षो पुरानी निजी बुनकर समिति के बुनकर हस्त शिल्प एवं हथकरघा विकास निगम सारंगपुर के अधिकारियों पर मनमानी पूर्वक भेदभाव के आरोप लगा रहे है। समिति के संचालको एवं कुछ बुनकरों का आरोप है कि पड़ाना बुनकर समिति पड़ाना एवं अन्य निजी समितियों को अधिकारियों द्वारा बुनाई के लिए पर्याप्त धागा न देते हुए पड़ाना बुनकर समिति के कर्मचारी द्वारा अपने पुत्रो के नाम से बनाए गए एक प्रगति समूह और एक समिति इंडियन हैंडलूम को जरुरत से अधिक धागा दे दिया है जिससें पड़ाना बुनकर समिति एवं दूसरी निजी बुनकर समिति के बुनकरों को पर्याप्त कार्य नहीं मिलने से वह बेरोजगार हो चुका है। और समितियों को सन्नटा पसर रहा है जबकि निजी तौर पर बनाए गए प्रगति समूह और इंडियन हैंडलूम समिति गुलजार हो रहे है।
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश सरकार लोगो को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए हर तरह के प्रयास कर रही हैं। लेकिन बुनकरों द्वारा आरोप लगाए जा रहे है कि हस्त शिल्प एवं हथकरघा विकास निगम सारंगपुर के सहायक प्रबंधक मानसिंह वर्मा की मनमानी चलते पड़ाना और सारंगपुर के बुनकरों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। शासन एक तरफ बुनकरों को रोजगार प्राप्त हो इसके लिये पड़ाना और सारंगपुर के बुनकरों के लिऐ शास्कीय वस्त्र प्रदाय योजना अंतर्गत हॉस्पिटल मे उपयोग आने वाली चादर एवं गाज क्लाथ बैंडेज क्लाथ जैसे कपडा बनाने का आर्डर बडे पैमाने पर दिया गया। लेकिन विभाग के की मनमानी के चलते बुनकरो को काम नही दिया। दूसरी निजी समिति ने आरोप लगाए कि एक छोटी सी फर्जी इकाई व समुह के माध्यम से सारा उत्पादन पावर लुम कराया जा रहा है जिसके कारण बुनकरों के सामने रोजी रोटी का बडा संकट खडा हो गया। इसके संबंध में दूसरी निजी समिति के बुनकर जिला प्रभारी मंत्री मोहन यादव से को ज्ञापन सौंप चुके है तथा भोपाल जाकर ग्रामोधोग मंत्री सहित विभाग के प्रमूख सचिव, और प्रबंध संचालक से सीधे तौर पर शिकायत की चुके है।