“गणपति बप्पा मोरिया” की गूंज के साथ गणेश मूर्तियों का विसर्जन
चौघड़िया ठीक नहीं होने से ज्यादातर लोगों ने सुबह ही मूर्तियां विसर्जित की
इंदौर। “गणपति बप्पा मोरिया अगले बरस तू फिर से आ” की गूंज के साथ आज सुबह से ही गणेश मूर्तियों का विसर्जन शुरु हो गया। 10:30 बजे से 12 बजे और फिर 1:30 बजे के बाद चौघड़िया ठीक नहीं होने से ज्यादातर लोगों ने सुबह से 10:30 बजे तक तथा 12 से 1:30 बजे के बीच विसर्जन किया। अनंत चतुर्दशी पर आज गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा रहा है, लेकिन इस साल गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन को लेकर निगम ने विशेष व्यवस्था की हैं। पिछले वर्ष में जवाहर टेकरी पर नगर निगम द्वारा मूर्ति विसर्जन के दौरान लापरवाही बरतने का मामला सामने आया था, जिसके चलते इस बार विशेष इंतजाम किए गए हैं। जवाहर टेकरी पर मूर्ति विर्सजन के लिए सौ लोगों की टीम विशेष रूप से लगाई गई है। इसके अलावा यहां 100 तखत भी लगाए हैं, जहां शहरभर से आने वाली मूर्तियों को सम्मानपूर्वक स्थान दिया जाना तय किया है। पोकलेन के माध्यम से जलाशय में मूर्तियों का विसर्जन किया जाएगा। निगम के वर्क शॉप की टीम ने तकनीकी रूप से संसाधन तैयार किया है। जिसमें पोकलेन के पंजे को हटाकर उसके स्थान पर एक हाइड्रोलिक प्लेटफार्म बनाया गया है। इस प्लेटफार्म पर मूर्तियों को रखकर जवाहर टेकरी पर बने जलाशय की 22 से 40 फीट गहराई में पहुंचाया जाएगा। पानी में हाइड्रोलिक प्लेटफार्म पहुंचने के बाद खुल जाएगा। इस तरह सम्मानजनक तरीके से गणेश मूर्तियों का विर्सजन होगा।
नगर निगम द्वारा जलाशयों में गणेश मूर्ति विसर्जन रोकने के लिए शहर में अस्थायी कुंड भी बनाए गए हैं। इस वर्ष भी निगम के जोनल कार्यालय सहित करीब सौ स्थानों पर अस्थायी कुंड बनाए हैं, जहां मूर्तियां विसर्जित करने की सुविधा है। शहर के तालाबों सहित अन्य जलाशयों में गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन को रोकने के लिए वहां निगम अपनी टीमें भी तैनात की गई है।