नई शिक्षा नीति में बड़ा बदलाव- सप्लीमेंट्री में भी फेल हो गए तो अप्रैल में फिर मिलेगा माैका, सिर्फ उसी विषय की देना हाेगी परीक्षा
इंदौर। नई एजुकेशन पॉलिसी की पहली परीक्षा के रिजल्ट काे लेकर एक अहम निर्णय लिया गया है। बीबीए, बीकॉम, बीए और बीएससी फर्स्ट ईयर की परीक्षा में जाे छात्र पूरक ( चार विषयाें में) लाएंगे, उन्हें दिसंबर माह में उन विषयाें की परीक्षा देना हाेगी। लेकिन अगर वे दूसरी बार भी इन विषयाें (एक-दाे,तीन या चाराें) में फेल हैं ताे भी उसे फेल नहीं माना जाएगा।
यानी जब अगले साल अप्रैल में फर्स्ट ईयर की मुख्य परीक्षा हाेगी ताे इन छात्राें काे सभी नाै विषयाें की परीक्षा नहीं देना हाेगी। बल्कि जिस विषय की पूरक परीक्षा में छात्र फेल हुआ है, सिर्फ उसी विषय का परचा देना हाेगा। यह न्यूनतम एक और अधिकतम चार विषय हाेंगे। यानी छात्र काे पूरे नाै विषयाें की तैयारी नहीं करना पड़ेगी। उसे केवल इन्हीं विषयाें की तैयारी करना हाेगी और उसके लिए पर्याप्त समय भी मिलेगा। एग्जाम कंट्राेलर डॉ. अशेष तिवारी के अनुसार इसका फायदा फर्स्ट ईयर के 81 हजार छात्राें काे मिलने जा रहा है।
पूरक वाले छात्रों काे मिलेगा फायदा
बीकॉम, बीए, बीबीए, बीसीए और बीएससी फर्स्ट ईयर में छात्र चार विषयाें में भी फेल नहीं हाेंगे। बल्कि वे इन विषयाें की पूरक (सप्लीमेंट्री) परीक्षा दे सकेंगे। यह परीक्षा दिसंबर में हाेगी। इसका रिजल्ट जनवरी में आएगा। पूरक के रिजल्ट में छात्र जिस विषय में फेल हाेगा, सिर्फ उसी विषय की परीक्षा देना हाेगी। ऐसे छात्र जाे एक से लेकर चार विषयाें तक की पूरक परीक्षा में पास हाे जाएंगे। उन्हें सेकंड ईयर में प्रवेश मिल जाएगा।