लोहारदा नगर परिषद के पत्रक में जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल
दलितों ने किया कांटाफोड़ थाने का घेराव, परमार के नेतृत्व में दिया धरना, अध्यक्ष व सीएमओ पर एफआईआर की मांग
इंदौर/ कांटाफोड। नगर परिषद लोहारदा द्वारा साधारण सभा में पार्षदों को आमंत्रित करने के लिए जो पत्रक भेजे गए, उसमें जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया गया। उक्त जानकारी देते हुए बलाई महासंघ ने बताया कि
उक्त पत्रक के इस लेख में असंवैधानिक जाति सूचक शब्दों का उल्लेख घृणित मानसिकता को दर्शाता है। यह शब्दावली लोहारदा नगर परिषद की अध्यक्ष संध्या मालू के आदेशानुसार सीएमओ अब्दुल रऊफ खान द्वारा सूचना पत्र पर टाइप की गई। सीएमओ ने सुचना पत्र पर सील और सिग्नेचर कर इस लेख का सत्यापन किया।
बताया जाता है कि वार्ड क्रमांक 9 की पार्षद प्रमिला सिरसोठ ने भरी सभा में इसका विरोध किया, तो संध्या मालू के पति सुनील मालू द्वारा पार्षद को अपमानित कर सभा से बाहर निकाल दिया।
उक्त घटना से क्षुब्ध पार्षद प्रमिला सिरसौठ ने अखिल भारतीय बलाई महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज परमार से मदद मांगी। कल बलाई महासंघ के तत्वावधान में कांटाफोड़ थाने का घेराव किया गया ।
राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज परमार की अगुवाई में रविदास समाज, वाल्मिकी समाज और महासंघ के कार्यकर्ता सैकड़ों की संख्या में उपस्थित हुए। पुलिस प्रशासन हाय हाय के नारे लगाते हुए थाने का घेराव कर धरना प्रदर्शन किया।
दलितों की मांग थी कि लोहारदा नगर परिषद अध्यक्ष संध्या मालू पति सुनील मालू और सीएमओ अब्दुल रऊफ खान पर एफआईआर दर्ज की जाए।
थाना प्रभारी के एस परस्ते ने आवेदन पत्र की जांच कर रिपोर्ट दर्ज करने को कहा तो आंदोलनकारी भड़क गए। तीनों आरोपियों पर तत्काल एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग करने लगे। टीआई ने एएसपी सूर्यकान्त शर्मा को फोन पर पुरा वाकया सुनाया। एएसपी ने परमार से 48 घण्टे की मोहलत मांगी। परमार ने सभी समाजजनों को समझाइश देकर धरना प्रदर्शन समाप्त कराया।
इस मौके पर फरियादी प्रमिला सिरसोद पार्षद लोहारदा के साथ पीड़ित रमेश गंगवाल के अलावा निर्मला वानखेडे ,जूली राठौड़, चंदा मालवीय, सर्चना चौहान, दिनेश डांगी, मुकेश गोयल,ओम चौहान, दिलीप गोयल, लखन देपाले, रोहित सावनेर, सचिन मंसोरे, राज दिवारेकर आदि शामिल थे।